‘मेरा बेटा घर पर नहीं है…’ महिला ने ठेकेदार को फोन कर बुलाया, फिर खेला ये शर्मनाक खेल…….
ललितपुर। नगर में हनीट्रैप का मामला सामने आया है। हनीटैप गिरोह ने एक ठेकेदार को जाल में फंसा कर 50,000 रुपये हड़प लिए, फिर ब्लैकमेलिंग करने लगे। गिरोह के शिकंजे में फंसे ठेकेदार ने साहस का परिचय देते हुए क्षेत्राधिकारी सदर को आपबीती सुनाई, उसके आरोपों की जांच में सत्यता परिलक्षित होने पर सदर कोतवाली पुलिस ने महिला समेत एवं दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
तालाबपुरा निवासी व्यक्ति ने क्षेत्राधिकारी सदर को सूचना देकर बताया कि वह भवन निर्माण की ठेकेदारी करता है। पांच जनवरी को नगर क्षेत्र की एक महिला के मोबाइल से उसके पास फोन आया, जिस पर कहा कि उसे भवन निर्माण कार्य कराना है, उसे भवन देखने के लिए नगर के दूसरे मुहल्ले में स्थित घर बुलाया, जिसे देखकर वह वापस आ गया।
इसके बाद शाम सात बजे पुन: उसके पास फोन आया कि उसका पुत्र घर नहीं आया है, इसलिए उसे मंदिर तक छोड़ दो। चूंकि, महिला पूर्व से परिचित थी तो वह उसके घर दोबारा चला गया, जहां दूसरी अज्ञात मिली, जिसने कहा कि आप बैठिए वह आ रही हैं।
अंदर से ताला डाल बनाया बंधक
करीब पांच-10 मिनट वह बैठा रहा, तभी एक पुरुष एवं एक महिला आई, जिन्होंने अन्दर से दरवाजा में ताला डाल दिया और उसे बंधक बना लिया, फिर उस पर उल्टे सीधे आरोप लगाने लगे, उसने महिला को फोन लगाकर इस बारे में जानकारी देकर जल्दी आने को कहा, डेढ़ घंटे बाद महिला एक लडक़े को लेकर आई, तब उसे यह बात समझ में आई कि यह भी उनसे मिली हुई है। वहां मौजूद दो अज्ञात व्यक्ति कहने लगे कि हम इसे झूठा फंसाएंगे और कोतवाली फोन लगा रहे हैं।
दोनों अज्ञात व्यक्तियों ने उससे 50,000 रुपयों की अवैध मांग की व उसका मोबाइल छीनकर 15,000 रुपये अपने फोन – पे नम्बर में ट्रांसफर करा लिए। उसके आधार की फोटो खींच ली और जबरदस्ती उसे कहलवाया कि मैने आपके साथ गलत कार्य किया है, इसकी वीडियो बना ली और कहा कि सुबह आकर बाकी 35,000 रुपये नहीं दिए तो उसके खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा लिखा देंगे, उसे रात डेढ़ बजे तक बंधक बनाए रखा गया, फिर छोड़ा।
उसने कर्ज पर 35,000 रुपये उठाकर सुबह उनको दिए। इसके बाद वह दोनों फिर फोन लगाकर ब्लैकमेल करते हुए और पैसों की मांग कर रहे हैं, जिससे वह काफी मानसिक तनाव में है, उसे जानमाल का खतरा बना हुआ है, उसने क्षेत्राधिकारी से एफआइआर दर्ज कराकर हड़पे गए पैसे दिलाने व झूठे प्रकरण से बचाए जाने की मांग की, जिस पर क्षेत्राधिकारी ने एफआइआर के निर्देश जारी कर दिए, जिसके अनुपालन में सदर कोतवाली पुलिस ने नामजद महिला एवं दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धारा 342, 386 के तहत केस पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस की रेड से पहले किरायेदार रफूचक्कर
ठेकेदार की आपबीती सुनकर क्षेत्राधिकारी भी स्तब्ध रह गए और उन्होंने प्रकरण को गम्भीरता से लेकर उपनिरीक्षक से आरोपों की जांच कराई, जिसमें ठेकेदार के आरोप में सत्यता पाई गई, जिसके बाद पुलिस ने महिला के घर दबिश डाली। इस दौरान पता चला कि उस मकान में कुछ पुरुष एवं महिला किरायेदार रहते थे, जो पुलिस के आने की भनक लगते ही रफूचक्कर हो गए।
सूत्रों की मानें तो पुलिस को मौके से इस तरह घटना से जुड़ी महत्वपूर्ण सामग्री बरामद हुई है। पुलिस ने कुछ संदिग्धों से पूछताछ की है।
शिकार बन चुके हैं नगर में और भी कई लोग!
जानकारों की मानें तो नगर में और भी कई लोग हनीट्रैप गिरोह का शिकार बन चुके हैं, लेकिन लोकलाज की वजह से मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं हैं, उन सभी लोगों को भी एक ही फार्मूले से शिकार बनाया गया, जिसके तहत महिला उसे फोन करके घर बुलाती है, वहां पहुंचते ही ठेकेदार की तरह उससे वसूली की जाती है।