चकियाः इनको सपा से नहीं मिला टिकट तो आम आदमी पार्टी का थामा दामन, नामांकन दाखिल कर कूदे चुनावी रण में……
चकिया, चंदौली। सपा से टिकट के दावेदार रहे अजय गुप्ता का टिकट कटने के बाद सोमवार को पाला बदल लिया और आम आदमी पार्टी का झाड़ू हाथ में थाम लिया। जिससे सपा प्रत्याशी पूर्व चेयरमैन मीरा जायसवाल का समीकरण बिगड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही सपा नेता व पूर्व चेयरमैन रीता चौबे के पति रवि प्रकाश चौबे ने भी निर्दल प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन कर दिया है। सोमवार को पहले चरण के नामांकन के अंतिम दिन पर्चा दाखिल करने वालों की होड़ मची रही।
नगर निकाय चुनाव के मद्देनजर पांच साल पीछे चलते हैं पाते हैं कि व्यापार मण्डल के पूर्व अध्यक्ष अजय गुप्ता भाजपा से टिकट के दावेदार थे लेकिन टिकट न मिलने के कारण सपा में आ गए और पांच साल तक अपने को मजबूत दावेदार मानकर खूब मेहनत करते रहे। जब नगर निकाय चुनाव की डुगडुगी बजी तो अन्य दावेदारों के साथ ही साथ अजय गुप्ता ने भी सपा से अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी ठोक दिया। काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार रविवार की देर रात तक यह बात आग की तरफ फैल गई कि सपा ने अपना उम्मीदवार पूर्व चेयरमैन मीरा जायसवाल को बनाया है। हालांकि आधारिक घोषणा सोमवार की भोर में हुआ। टिकट न मिलने की बात सुनते ही अजय गुप्ता के समर्थकों में मायूसी छा गई और कुछ समय के लिए अजय गुप्ता भी गुमशुम हो गए। लेकिन समर्थकों के राय मशविरा करके आम आदमी पार्टी के सिम्बल पर चुनाव लड़ने की घोषणा सोमवार को सुबह दस बजे तक कर दी। इसके बाद पूरे लाव लश्कर के साथ आम आदमी पार्टी के नेता विरेन्द्र सिंह एड० के नेतृत्व में पर्चा दाखिल कर चुनावी रण में ताल ठोक दिया। अजय गुप्ता के आम आदमी पार्टी से चुनावी रण में उतरने के बाद सभी दलों के समीकरण एकाएक बिगड़ जाने का अंदेशा राजनीतिक लोग लगाने लगे हैं। खास बात तो यह है कि सपा उम्मीदवार के लिए एक बार फिर से अपने समीकरण को साधने में काफी मशक्कत करने की बात उठने लगी है। क्योंकि दूसरी ओर सपा से दावेदार रहे रवि प्रकाश गुप्ता भी निर्दल मैदान में उतर चुके हैं। अब देखना यह कि सपा से बगावत करने वाले दावेदारों के मान/मनौवल का दौर चलता है तो किस हद तक सफलता मिलती है /लेकिन अजय गुप्ता के आम आदमी पार्टी से उतर जाने के बाद राजनीतिक पारा अचानक से बढ़ गया है।