यहां दूसरे दिन मनाते हैं श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, ढाइ मन के लड्डू गोपाल व चांदी के खिलौनों की झांकी है खास…….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
कानपुर। जब पूरा देश जन्माष्टमी पर्व मना चुका होता तब एक मंदिर ऐसा भी है जहां दूसरे दिन श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाने की परंपरा है। यहां ढाई मन अष्टधातु के लड्डू गोपाल और चांदी के खिलौनों से सजने वाली झांकी को देखने के लिए भक्तों की भीड़ लगती है। शनिवार रात मनाए जाने वाले विशेष जन्मोत्सव की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
मंत्रोच्चारण के बीच देर रात्रि भगवान का जन्म होते ही नंदलाल के जयकारों की गूंज से वातावरण गूंज उठेगा। लड्डू गोपाल के दर्शन को शहरभर के भक्त मंदिर में पहुंचेंगे। भगवान का विधिवत शृंगार पूजन किया जाएगा और भक्त लड्डू गोपाल के मनोहारी स्वरूप के दर्शन करेंगे।
प्रबंधक राजेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि जनरलगंज में श्रीराम कृष्ण मुरारी मंदिर की स्थापना वर्ष 1971 में दादा स्व. रामशरण लाल ने की थी। उस समय मंदिर को चांदी के खिलौनों की मनोहारी झांकियों से सजाया जाता था। उस परंपरा को आज भी निभाया जा रहा है।
उन्होंने बताया मंदिर में जन्माष्टमी पर्व के दूसरे दिन श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का आयोजन धूमधाम से किया जाता है। ढाई मन के लड्डू गोपाल का जन्मोत्सव, छठी उत्सव, अन्नकूट उत्सव का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष 108वां जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा और विधिवत शृंगार पूजन करने के बाद भगवान को भोग अर्पित किया जाएगा।