खून की उल्टी होने पर अमर दुबे की पत्नी डाॅ. राम मनोहर लोहिया संस्थान रेफर, इस वार्ड में भर्ती……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
बाराबंकी। कानपुर जिले के बहुचर्चित बिकरू कांड में मारे गए विकास दुबे के भतीजे अमर दुबे की पत्नी की तबीयत बिगड़ने पर रविवार सुबह डॉक्टर राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ रेफर कर दिया गया है। विकास दुबे के भतीजे की पत्नी को 14 सितंबर 2020 को संप्रेक्षण ग्रह बाराबंकी लाया गया था। शुक्रवार से इसकी तबीयत बिगड़ना शुरू हो गई था और इसे शनिवार की रात में जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि उसे खून की उल्टी हो रही थी। जो रुकने का नाम नहीं ले रही थी। हालत में सुधार न होता देख उसे डॉक्टर राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ में भर्ती कराया गया है। चिकित्सक का कहना है कि खून की उल्टियां होने से उसे कमजोरी और बुखार था।
क्या कहते हैं अधिकारी संप्रेक्षण गृह की अधीक्षिका कंचन वर्मा का कहना है कि उसकी शुक्रवार को तबीयत खराब हुई थी। इस कारण उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे क्या हुआ है चिकित्सक ही बता सकते हैं। लोहिया अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है उसका इलाज चल रहा है। उसकी मां भी साथ में है परिवारजन को बुला लिया गया था।
हालत गंभीर नहीं बोल पाई मां मारे गए अमर दुबे की पत्नी कुछ भी बोल पाने में असमर्थ थी। उसकी मां भी रो रही थी वह भी कुछ बता नहीं रही थी।
कौन है अमर दुबे अमर दुबे के पिता संजू दुबे की सात वर्ष पहले सड़क हादसे में मौत हो चुकी है। वहीं उसके चाचा अतुल दुबे को बिकरू कांड के दूसरे दिन एनकाउंटर में पुलिस ने मार गिराया था। पुलिस के अनुसार अमर के खिलाफ चौबेपुर थाने में हत्या के प्रयासए मारपीट व लूट के पांच मुकदमे दर्ज हैं। अमर दुबे के पिता संजीव उर्फ संजू दुबे के खिलाफ भी 12 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि अमर दुबे का आपराधिक इतिहास का पता चलने पर लड़की वालों ने उससे शादी इन्कार कर दिया था। इस पर विकास दुबे ने लड़की वालों पर शादी के लिए दबाव डाला था और उन्हें बिकरू गांव में बुलाकर 29 जून को अमर की शादी कराई थी।
चर्चा यह भी है। बताया जाता है कि अमर दुबे की पत्नी की मां दो दिन से बाराबंकी में ही थी। बताया जा रहा है कि उसे फिर खून की उल्टी हो रही हैं लेकिन पुलिस ने बताया कि उसे सामान्य कमजोरी पर भर्ती कराया गया है। कुछ ऐसे आरोप भी हैं कि पहले उसकी मां से बात नहीं कराई गई और फिर जब बात हुई तो उसके भर्ती करने की जानकारी दी गई।