जवान बेटे की मौत के 30 घंटे बाद पिता ने तोड़ा दम, बहनोई के अंतिम संस्कार से लौटा था बेटा….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
कानपुर। कोरोना संक्रमण से बहनोई के निधन पर उनके अंतिम संस्कार में शामिल होकर लौटे युवक की बुधवार सुबह अचानक तबीयत बिगडऩे के बाद मौत हो गई। उसके 30 घंटे बाद पिता ने भी गुरुवार दोपहर दम तोड़ दिया। इससे हर किसी की आंखें नम हो गईं।
चौबेपुर कस्बा अंतर्गत ब्रह्मनगर नई बस्ती निवासी 65 वर्षीय महेश पाल रेलवे में अभियंता थे। पांच साल पहले सेवानिवृत होने के बाद वह अपनी पत्नी अन्नपूर्णा के साथ यहां रहने लगे थे। उनके साथ बड़ा बेटा आमोद और बहू कीर्ति भी रहती थी। रेलवे में कार्यरत छोटा बेटा संदीप पाल महाराष्ट्र में रहता है। करीब एक सप्ताह पहले लकवाग्रस्त होने पर महेश का इलाज शुरू हुआ था। इसकी जानकारी पाकर संदीप घर आया था। बताते हैं, बीते सोमवार को कन्नौज के गुरसहायगंज निवासी बहनोई की कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से मौत पर आमोद उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने गया था। वहां से लौटने पर बुधवार भोर पहर 28 वर्षीय आमोद को सांस लेने में दिक्कत हुई तो भाई संदीप व पत्नी कीर्ति मोहल्ले के लोगों की मदद से उसको अस्पताल ले जा रहे थे। तभी रास्ते में मौत हो गई। इधर जवान बेटे की मौत के बाद बुजुर्ग गुमसुम हो गए। पत्नी अन्नपूर्णा ने बताया कि 30 घंटे पहले बेटे की मौत हुई फिर सदमे के चलते गुरुवार दोपहर पति ने भी दम तोड़ दिया। परिवार पर विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है। घर पर आमोद की पत्नी कीर्ति व उसका पांच वर्ष का बेटा सक्षम है। आमोद ही उनकी देखभाल करता था। पिता.पुत्र की मौत के बाद मोहल्ले के लोग भी बेबसी में दूरी बनाए रहे। लोगों ने बताया कि आमोद बिल्कुल ठीक था। गुरसहायगंज से लौटने के बाद से वह डरा हुआ था।