मेरठ
छह महीने पहले शुरू हुई मनीष (24) और राखी चौहान (21) की प्रेम कहानी का इतना दुखद अंत होगा, किसी ने सोचा भी नहीं था। मनीष का अपनी पत्नी से तलाक का मुकदमा चल रहा था। राखी के परिवार वालों को दोनों का बात करना पसंद नहीं नहीं था। मनीष और राखी को जब लगा कि परिवार वाले उनकी शादी नहीं होने देंगे तो उन्होंने आखिरी फैसला ले लिया। तय कर लिया कि साथ जी नहीं सकते तो मर जाएंगे।
तयशुदा प्लानिंग के तहत शनिवार रात को 10 बजे दोनों बाइक पर निकले और जंगल में पहुंच गए। मनीष ने राखी की मांग भरी, मिठाई खिलाई और नीम के पेड़ पर रस्सी के फंदे से फांसी लगाकर जान दे दी। दोनों के शव एक साथ लटके देखकर हर कोई यही बोला कि ये कैसी मोहब्बत है। ऐसा नहीं करना चाहिए था।
मेरठ में बहसूमा थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि मनीष की बहन की शादी रामराज निवासी विनोद कुमार से हुई थी। छह महीने पहले मनीष बहन के घर मकान का निर्माण कराने आया था। मनीष खेती कर रहा था। उसका पड़ोस में रहने वाली दसवीं पास राखी चौहान से प्रेम-प्रसंग हो गया। मनीष की डेढ़ साल पहले शादी हुई थी, लेकिन उसका अब तलाक का मुकदमा चल रहा था। दोनों के प्रेम-प्रसंग की परिजनों को जानकारी हो गई थी।
बताया गया कि राखी के परिवार वालों को ये रिश्ता पसंद नहीं था। दोनों को लगा कि एक साथ नहीं रह पाएंगे तो शनिवार को वे बाइक से निकल गए। राखी ने रात को साढ़े 10 बजे बहन के मोबाइल पर मैसेज किया कि वह आत्महत्या कर रही है। इसके बाद उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। परिवार वाले राखी की तलाश में जुटे थे लेकिन, कहीं पता नहीं चला।
रविवार दोपहर दोनों के शव समाना गांव निवासी परविंदर के गन्ने के खेत में नीम के पेड़ पर लटके मिले। पुलिस ने मौके पर मिली बाइक के नंबर के आधार पर जानकारी निकाली तो वह लश्कर के युवक के नाम पर निकली। जिसके बाद पता चला कि मृतक मनीष और युवती रामराज निवासी राखी चौहान है। पुलिस ने दोनों के परिजनों को सूचना देकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मनीष के बहनोई विनोद ने तहरीर दी है कि दोनों फोन पर बात करते थे, शनिवार रात को दोनों घर से चले गए और आत्महत्या कर ली।
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