मैं ठीक हूं मां, सुरंग में फंसे मजदूर की बातें सुनकर नम हुई रेस्क्यू टीम की आंखें, अब तक क्या हुआ…..
उत्तरकाशी। सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने को लेकर रेस्क्यू अभियान तेज कर दिया गया है। मंगलवार को विशेषज्ञों की निगरानी में पाइप डालने का काम जारी है। आज बचाव दल को बड़ी सफलता मिली है। अब मजदूरों तक खाना भी पहुंचा जा रहा है और दूसरी ओर पहली वीडियो भी मजदूरों की सामने आई है।
प्रभारी मंत्री अग्रवाल ने सिलक्यारा में की खोज बचाव अभियान की समीक्षा
उत्तरकाशी। सिलक्यारा सुरंग में हुई भूस्खलन की घटना के दसवें दिन कैबिनेट मंत्री एवं उत्तरकाशी जिले के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल सिलक्यारा पहुंचे। मंगलवार की शाम को उन्होंने सिलक्यारा टनल के अंदर चल रहे खोज बचाव कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। साथ ही उच्च अधिकारियों के साथ बैठक भी की। प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि सभी श्रमिकों को सुरक्षित अतिशीघ्र निकाला जाए।
आधुनिक तकनीकी के साथ आस्था से भी उम्मीद
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी में सिलक्यारा सुरंग में खोज बचाव अभियान को सफल बनाने की कामना को लेकर 18 नवंबर को निर्माण कंपनी नवयुग इंजीनियरिंग व एनएचआइडीसीएल ने सुरंग के गेट की दायीं ओर एक मंदिर स्थापित किया। इस मंदिर में नियमित सुबह शाम पूजा अर्चना की जा रही है। सुरंग के अंदर जब कार्य की निगरानी करने के लिए इंजीनियर व विशेषज्ञ जा रहे हैं तो वह भी पहले इस मंदिर में माथा टेक रहे हैं और इसी रेस्क्यू अभियान के सफल होने की कामना कर रहे हैं।
मजदूरों व तकनीकी विशेषज्ञों की मदद के लिए मौके पर है एनडीआरएफ की दो टीमें
उत्तरकाशी। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एनडीएमए के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन ने उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे मजदूरों के बचाव अभियान को लेकर कहा कि एनडीआरएफ की दो टीमें किसी भी आकस्मिकता और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए साइट पर रिहर्सल कर रही हैं। अगर किसी स्थिति में उन्हें तकनीकी विशेषज्ञों को या सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेंगकर सुरंग में प्रवेश करने की जरूरत पड़ी तो वह मदद के लिए वहां मौजूद है।