Monday, April 29, 2024
उत्तर-प्रदेशलखनऊ

पत्नी की हत्या के बाद खुदकुशी, चीखें सुन लगा ताबड़तोड़ किए वार, फिर छा गई खामोशी….पड़ोसियों की आंखों देखी…….

बरेली। सिरौली थाना क्षेत्र के गांव दलीपुर में मंगलवार दोपहर बाद पति ने खुरपी से गला काटकर पत्नी की हत्या कर दी। इसके बाद खुद भी फंदे पर लटक गया। बताया जा रहा है कि भाई दूज पर पत्नी मायके जाने की जिद कर रही थी। इसी बीच पति आपा खो बैठा। पड़ोसियों के मुताबिक जिस तरह महिला की चीखें गूंज रही थीं। उससे लगा कि उसके पति ने ताबड़तोड़ कई वार किए होंगे।

दलीपुर निवासी रामेश्वर उर्फ मैकूलाल 26 वर्ष व उसकी पत्नी सीमा 2 वर्ष के बीच सुबह से विवाद हो रहा था। इस बीच पति ने खुरपी से गला काटकर सीमा की हत्या कर दी। फिर खुद कमरा बंद करके फंदे से लटक गया। इससे पहले सीमा की चीख सुनकर मैकूलाल का भाई भरत व अन्य पड़ोसी भी मौके पर पहुंच गए। दरवाजा पीटने पर भी नहीं खुला तो उन्होंने खिड़की से झांककर देखा। भीतर मैकूलाल फंदे से लटका तड़प रहा था। भाई ने खिड़की तोड़कर उसे फंदे से उतारा। रात आठ बजे जिला अस्पताल पहुंचने से पहले ही मैकूलाल ने दम तोड़ दिया।

एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान, एसपी देहात मुकेश मिश्रा भी मौके पर पहुंचे। अलीगंज थाना क्षेत्र के शेखूपुर खालसा गांव निवासी सीमा के पिता विलासीराम को भी बुलवाया गया। उन्होंने दामाद मैकूलाल पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। बताया जा रहा है कि मैकूलाल कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान था। वह दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता थाए वहीं के एक अस्पताल से उसका इलाज चल रहा था। उसके दो बेटे हैं जो घटना के वक्त बाहर खेल रहे थे। मैकूलाल की मां और दो भाई पास में बने दूसरे घर में रहते हैं। एसपी देहात ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि भैया दूज पर सीमा मायके जाना चाहती थीए इसी को लेकर विवाद शुरू हुआ था।

मैकूलाल के दो छोटे भाई और मां थोड़ी दूर पर बने दूसरे घर में रहते हैं। मैकूलाल काफी समय से पत्नी के साथ दिल्ली में रहकर फैक्टरी में काम करता था। ग्रामीणों के मुताबिक मैकूलाल बचपन से ही गुस्सैल स्वभाव का था। इधर दो माह से उसका मानसिक संतुलन भी ठीक नहीं था। वह आए दिन पत्नी से लड़ता था। कभी मां और भाइयों से उसका विवाद होता था तो कभी पड़ोसियों से मामूली बात पर भिड़ जाता था। इसलिए लोग उससे दूर ही रहने में भलाई समझते थे। सीमा ने पड़ोसियों को बताया था कि पति का दिल्ली के एक अस्पताल से मानसिक इलाज भी चल रहा था। कुछ दिन पहले उसने कीटनाशक पीकर जान देने की कोशिश की थी।

पत्नी.बच्चों को मेला और मंदिर भी घुमाया

पड़ोसियों के मुताबिक 15 दिन पहले सीमा बच्चों को लेकर दिल्ली से आई थी। कुछ दिन बाद मैकूलाल भी दिल्ली से चला आया। तब से लगभग रोज ही वह घर में क्लेश कर रहा था। कभी.कभार वह परिवार के लोगों से मिल.जुलकर भी रहता था। बताया कि सोमवार को वह नानकमता गुरुद्वारे से आया था। रात में वह पत्नी.बच्चों को मेले में ले गया था। मंगलवार सुबह सब लोग मंदिर गए थे। बताते हैं कि मंदिर से लौटने के बाद दंपती में विवाद शुरू हो गया। क्लेश बढ़ा तो मैकूलाल के स्वभाव से वाकिफ लोग अपने घरों में चले गए।

ताबड़तोड़ करता रहा वार, आत्मग्लानि में लटका

मैकूलाल इस कदर गुस्से में था कि उसने खुरपी के साथ ही दरांती से भी सीमा पर हमला किया। गर्दन पर कई जगह गहरे घाव बन गए थे। पड़ोसियों का तो यह भी कहना है कि जिस तरह सीमा की चीखें गूंज रही थीं, उससे लगा कि मैकूलाल ने ताबड़तोड़ कई वार किए होंगे। थोड़ी देर बाद खामोशी का माहौल होने पर लोग उसके घर की ओर गए तो देखा कि मैकूलाल भी फंदे पर लटका तड़प रहा था। पड़ोसियों के मुताबिक सीमा का शरीर शांत होने पर मैकूलाल ने आत्मग्लानि की वजह से जान दे दी।

अनाथ हुए दो मासूम, अब परवरिश का सवाल

मैकूलाल की शादी छह साल पहले हुई। उसका पांच साल का बेटा राजीव व तीन साल का बेटा शिवा है। घटना के बाद भी उन्हें अनाथ होने का अहसास नहीं था। छोटा बेटा बार.बार भागकर सीमा के शव की ओर जा रहा था। वह मां को पुकार रहा था तो दादी व अन्य महिलाओं ने उसे समझाया। मैकूलाल के परिवार में तीन भाइयों के पास कुल पांच बीघा जमीन है और कमाई का खास सहारा नहीं है। उसकी ससुरालवालों की माली हालत भी बेहतर नहीं है। इसलिए दोनों मासूमों की परवरिश को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *