Friday, May 3, 2024
उत्तर-प्रदेशलखनऊ

जाली दस्तावेज बना हासिल की खेल कोटे में सिपाही की नौकरी, डिप्टी एसपी ने दर्ज कराई एफआईआर……

लखनऊ। जाली दस्तावेज लगाकर देवबंद के युवक ने खेल कोटे में सिपाही की नौकरी हासिल की। सहारनपुर के जीबीएफडी कॉलेज के शिक्षक ने शिकायत की। कमेटी की जांच में आरोपी सिपाही के तीन नाम सामने आये। दो शैक्षणिक दस्तावेज भी मिले। साथ ही सामने आया कि 2013 में फर्जी नाम से आईटीबीपी में नौकरी हासिल की थी। एक साल बाद वहां से भाग निकला। जांच में आरोप सही पाये जाने पर सिपाही के खिलाफ बोर्ड के डिप्टी एसपी रविराज सिंह ने हुसैनगंज थाने में केस दर्ज कराया है।

उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के डिप्टी एसपी रविराज सिंह चौहान के मुताबिक यूपी पुलिस में आरक्षी नागरिक पुलिस पदों पर कुशल खिलाड़ियों की सीधी भर्ती 2022 में एथलेटिक्स श्रेणी में सहारनपुर के देवबंद स्थित मिरगपुर निवासी समित सिंह ने आवेदन किया और चयन हो गया। सहारनपुर के जीबीएफडी इंटर कॉलेज के अध्यापक सचिन शर्मा ने आरक्षी समित सिंह के खिलाफ जालसाजी की शिकायत एक पत्र के जरिए बोर्ड से की। आरोप था कि समित सिंह ने सुमित पवार के स्थान पर नाम बदलकर और उम्र कम कर दोबारा से हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा किसी दूसरे से दिलाकर पास की है।

एक साल में छोड़कर भागा था आईटीबीपी की नौकरी

डिप्टी एसपी के मुताबिक समित सिंह वर्ष 2007 में सुमित पवार पुत्र ब्रजपाल सिंह व जन्मतिथि 2 जनवरी 1993 के आधार पर गुरुबाबा फकीरा दास इंटर कॉलेज सहारनपुर से हाईस्कूल पास कर चुका है। जिसका रिकॉर्ड कॉलेज में है। जन्मतिथि के आधार पर समित सिंह उक्त भर्ती के लिए आयु सीमा पार कर चुका है। समित वर्ष 2013 के आईटीबीपी पंचकुला स्पोर्ट्स कोटे से लंबी कूद में सुमित पवार नाम से भर्ती हुआ था। जहां से वह 2014 में भाग गया था। जिसे आज भी आईटीबीपी थाना देवबंद के माध्यम से कई बार बार नोटिस भेज चुकी है।

जांच में दो प्रमाण पत्र की पुष्टि

शिकायती पत्र पर भर्ती बोर्ड ने एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन कर जांच कराई। जांच में सामने आया कि सुमित पंवार ने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय से 2019 में हाईस्कूल और 2021 में इंटर किया है। बोर्ड ने निरीक्षक उपेंद्र सिंह को जांच के लिए भेजा। जिसमें साफ हुआ कि समित सिंह, सुमित सिंह और सुमित पंवार एक ही शख्स हैं। सुमित सिंह ने आयु अधिक होने पर समित सिंह के रूप में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय संस्थान से जन्मतिथि 4 जुलाई 1999 दिखा 2019 में हाईस्कूल किया। जबकि उसकी वास्तविक उम्र 2 जनवरी 1993 है। परिवार रजिस्टर में ब्रजपाल सिंह के दो बेटे अमित और सुमित सिंह हैं।

बिना अवकाश अनुमति के ही गायब हो गया

आईटीबीपी पंचकुला में पड़ताल की गई तो सामने आया कि सुमित पंवार के नाम से नौकरी हासिल की थी। 2013 में नौकरी मिलने के बाद वह बिना किसी अवकाश व अनुमति के ही एक साल बाद गायब हो गया। लगातान नोटिस भेजी गई। इसके बाद 16 नवंबर 2015 तक वापस नौकरी ज्वाइन न करने के कारण सेवा समाप्त कर दी गई। आरोपी ने उम्र कम करने के उद्देश्य से समित सिंह नाम से शैक्षिक प्रमाण पत्र हासिल किया और फिर आवेदन किया। आरोपी का असली नाम सुमित पवार है। फर्जीवाड़ा सामने आने पर डिप्टी एसपी ने हुसैनगंज थाने में कूटरचित दस्तावेज तैयार करने सहित कई संगीन धाराओं में केस दर्ज किया है। प्रभारी निरीक्षक हुसैनगंज जितेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक शुरूआती पड़ताल की जा रही है। जल्द केस को सहारनपुर के देवबंद थाने में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।

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