यूपी की इस हॉट सीट पर अखिलेश ने बदली रणनीति, हाईटेक दांव से चुनावी रण में उतरी सपा; लखनऊ से हो रही निगरानी
कन्नौज। (Kannauj Lok Sabha Election) अपने पुराने गढ़ में सियासी अस्तित्व बनाने के लिए सपा इस बार हाईटेक दांव से चुनावी रण में उतरी। इसके लिए लखनऊ पार्टी कार्यालय में वार रूम बनाया गया है। कन्नौज लोकसभा क्षेत्र में सपा मुखिया व प्रत्याशी अखिलेश यादव स्वयं प्रचार की कमान संभाल रहे हैं।
वर्ष 1998 से 2019 तक कन्नौज संसदीय क्षेत्र सपा का गढ़ रहा। वर्ष 2019 में सपा ने बसपा और कांग्रेस से गठबंधन कर लोकसभा चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक ने सपा से लगातार दो बार सांसद रहीं डिंपल यादव को पराजित कर दिया था।
सभी विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा
सपा का किला ध्वस्त होने के बाद सभी विधानसभा सीटों पर यहां भाजपा का कब्जा है। इस बार सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खुद प्रत्याशी हैं। इससे यह चुनाव सपा के सामने अस्तित्व बचाने का है। यही कारण है कि सपा लोकसभा चुनाव पूरी तरह हाईटेक ढंग से लड़ रही है।
लखनऊ से 60 वाहनों का काफिला भेजा गया है। इन वाहनों में इंटरनेट, साउंड सिस्टम, भाषणों और गानों की सीडी, बारकोड और जीपीएस (ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम) लगा हुआ है। किस वाहन पर कौन नेता और कितने लोग हैं। इसके अलावा वाहन किस क्षेत्र में है। इसकी निगरानी के लिए लखनऊ पार्टी कार्यालय के वार रूम से की जा रही है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव स्वयं वाहनों की लोकेशन और जनसंपर्क की निगरानी कर रहे हैं। सपा जिलाध्यक्ष कलीम खान ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के चुनाव लड़ने से कार्यकर्ताओं में ही नहीं बल्कि जनता में भी उत्साह है। इस बार कन्नौज में सपा की ऐतिहासिक जीत होगी।