पुलिस और एसटीएफ की पहुंच से दूर है अतीक की बेगम, अब पता चला शाइस्ता ने की थी कब्रिस्तान जाने की कोशिश……
प्रयागराज। शाइस्ता कहां है, इस बारे में कोई पुलिस अधिकारी कुछ नहीं बता पा रहे है मगर पुलिस रिकार्ड में एक बात आई है कि शाइस्ता परवीन 16 अप्रैल को शूटर साबिर के साथ अपने एक करीबी के चकिया वाले घर में थी। उसकी कोशिश अपने शौहर के जनाजे में शामिल होने के लिए कब्रिस्तान जाने की थी लेकिन पुलिस के कड़े सुरक्षा घेरे की वजह से इसमें कामयाब नहीं हो सकी।
पुलिस के जाल में नहीं फंस रही शाइस्ता
अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड के बाद से फरार है। अशरफ की पत्नी जैनब और बहन आयशा नूरी का भी कुछ अता.पता नहीं है। इसी बीच 15 अप्रैल को अतीक और अशरफ का काल्विन अस्पताल परिसर में कत्ल होने के बाद कयास लगाया जा रहा था कि शाइस्ता अपने पति का आखिरी बार दीदार करने के लिए जनाजे में शामिल होने पहुंच सकती है। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया था लेकिन वह नहीं आई।
चकिया में जफरुल्ला के घर पर थी शाइस्ता और शूटर साबिर
अब पुलिस रिकार्ड में भी आया है कि 16 अप्रैल को अतीक और अशरफ का शव कसारी.मसारी कब्रिस्तान में दफनाया जा रहा था तो शाइस्ता शूटर साबिर के साथ चकिया में जफरुल्ला के घर में थी। यह बात जफरुल्ला के गिरफ्तार बेटे अतिन जफर ने पुलिस को बताई है। उसे असद के मोबाइल के साथ पकड़ा गया था। अतिन ने कुबूला कि शाइस्ता और साबिर की कोशिश कब्रिस्तान जाने की थी। इसमें सफल नहीं हो पाने पर दोनों चले गए थे।
पति और बेटे की मौत पर भी नहीं आई शाइस्ता
उमेश पाल हत्याकांड में माफिया के बेटे असद समेत उसके तमाम गुर्गों का नाम सामने आया था। अतीक की बेगम शाइस्ता परवीन पर हत्याकांड की साजिश रचने का आरोप लगा था। बता दें कि 13 अप्रैल को यूपी एसटीएफ ने असद और शूटर गुलाम को झांसी में मार गिराया था। अगले दो दिन बाद 15 अप्रैल को प्रयागराज में कॉल्विन अस्पताल के पास तीन शूटरों ने पुलिस की कस्टडी में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी।