म़ुख्यमंत्री सचिवालय का आईएएस अधिकारी बता ठगी करने वाला गिरफ्तार, जानें फंसाने का तरीका……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
आगरा। खुद को मुख्यमंत्री सचिवालय में तैनात बताने वाले फर्जी आइएएस अधिकारी पंकज राय को ताजगंज पुलिस ने बुधवार गिरफ्तार कर लिया। उसने ताजगंज निवासी महिला को निविदा दिलाने के नाम पर 14 लाख रुपये ठगी का प्रयास किया था। उसके खिलाफ नवंबर 2022 में ताजगंज थाने में धोखाधड़ी का अभियोग दर्ज किया गया था। आरोपित पंकज राय उर्फ पंकज गुप्ता मूलरूप से जय भूतनाथ वाली गली, पठानपुरा थाना रामनगर जिला सहारनपुर का रहने वाला है। पुलिस ने एक फर्जी पहचान पत्र, दो आधार कार्ड, दो पैन कार्ड बरामद किया है। पहचान पत्र में आरोपित ने खुद को लोक निर्माण विभाग का सचिव दर्शा रखा है।
स्वयं को म़ुख्यमंत्री सचिवालय में तैनात बताता था पंकज राय
पुलिस उपायुक्त विकास कुमार ने बताया कि विभव नगर निवासी नेहा बालियान ने अभियोग दर्ज कराया था। उन्होंने पुलिस को बताया कि गाजियाबाद निवासी नीतू राणा उनकी 20 वर्ष पुरानी परिचित हैं। नीतू ने छह अक्टूबर 2022 को उन्हें फोन किया। उनसे बाल विकास एवं आशा कार्यकर्ती की निविदा भरने की कहा। कहा कि उनके परिचित आइएएस है।वह मुख्यमंत्री सचिवालय लखनऊ में तैनात हैं।
निविदा दिलाने के नाम 14 लाख ठगी का प्रयास किया था
नीतू ने कहा कि वह निविदा भर दें। आइएएस अधिकारी उनका काम करा देंगे। इसके बाद पंकज गुप्ता से अागरा में उनकी मुलाकात कराई। पंकज ने निविदा दिलाने में 14 लाख रुपये का खर्चा बताया। नेहा के अनुसार उन्होंने छह लाख रुपये नकद दे दिए। आठ लाख रुपये के चेक दिए। आरोपित पंकज का नंबर ट्रू कालर पर सचिवालय लखनऊ के नाम से प्रदर्शित करता था। जिससे उन्हें लगा कि पंकज गुप्ता अधिकारी हैं। आरोपित ने उनसे एक आवेदन पत्र भरवाया था। रुपये देने के बाद भी कई महीने तक उनका काम नहीं हुआ। जिससे उन्हें शक हुआ। आरोपित को दिए चेक का भुगतान बैंक से रुकवा दिया। नेहा ने अभियोग में पंकज राय उर्फ पंकज गुप्ता और नीतू राणा दोनों को आरोपित बनाया है।
सहारपुर में दुष्कर्म, कानपुर में धोखाधड़ी का दर्ज है अभियोग
प्रभारी निरीक्षक ताजगंज बहादुर सिंह ने बताया कि खुद को आइएएस अधिकारी बता ठगी करने वाले पंकज के खिलाफ सहारनपुर में दुष्कर्म और कानपुर में धोखाधड़ी का अभियोग दर्ज है। वह दुष्कर्म के मामले में पूर्व में जेल भी जा चुका है। उसने शादी के लिए विज्ञापन देकर महिला को अपने जाल में फंसाया था। विज्ञापन में खुद को विधुर आइएएस अधिकारी दिखाया था। जिससे महिला उसके जाल में फंस गई थी। आरोपित ने उससे दुष्कर्म किया था।
अधिकारियों के साथ फोटो खिंचाता, उन्हें दिखा लोगों को फंसाता
पुलिस ने बताया कि आरोपित शातिर है। वह कहीं भी मौका मिलने पर अधिकारियों के साथ फोटो खिंचवाता था। अधिकारियों की प्रशंसा करके उन्हें प्रभावित कर लेता था। अधिकारियों के साथ खींचे फोटो लोगों को दिखाता। लोगों ये फोटो दिखाता। अपने जाल में फंसा लेता।