Thursday, May 2, 2024
चंदौली

चकिया: ट्रक की चपेट में आकर मुनीब की दर्दनाक हुई मौत, करते थे जनपद में प्राइवेट नौकरी….. घर में पसरा मातम…

ट्रक की चपेट में आकर क्रेशर मुनीब की दर्दनाक मौत

हेतिमपुर गांव निवासी महेंद्र कई वर्षों से मिर्जापुर जनपद के चुनार स्थित क्रेशर पर करते थे नौकरी

शनिवार की शाम ट्रकों को आगे पीछे कराने के दौरान हुई दर्दनाक घटना

मृतक महेंद्र के परिवार में अब नहीं बचा कोई पुरुष सदस्य

चकिया, चंदौली। स्थानीय कोतवाली अंतर्गत हेतिमपुर गांव निवासी महेंद्र कुमार 45 वर्ष की मिर्जापुर जनपद स्थित चुनार गिट्टी क्रेशर के पास ट्रक की चपेट में आने से शनिवार की शाम दर्दनाक मौत हो गई। मौत की खबर जब घरवालों को लगी तो घर पर मातम छा गया। मृतक महेंद्र की पत्नी रीना देवी को जब मौत की खबर लगी तो वह बेहोश हालत में पड़ गई। मृतक को एक लड़की और एक लड़का हैं जो अभी ननिहाल में पढ़ाई करते हैं।

बतादें कि शनिवार की शाम हेतिमपुर गांव निवासी महेंद्र कुमार 45 वर्ष की मिर्जापुर जनपद के चुनार गिट्टी क्रेशर के पास ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई। महेंद्र कई वर्षों से चुनार स्थित एक गिट्टी क्रेशर में मुनीब की नौकरी कर रहे थे। शनिवार की शाम गिट्टी क्रेशर पर बड़ी संख्या में ट्रकों की लाइन लगी। मुनीब महेंद्र ट्रकों को आगे पीछे कराने के दौरान अचानक एक ट्रक की जद में आ गए। जिससे वह मौके पर ही दम तोड़ दिए। इसकी सूचना जब घरवालों को लगी तो घर पर परिवार जनों में मातम छा गया। वही मृतक महेंद्र की पत्नी रीना देवी बेहोशी की हालत में पड़ गई। परिवार के अन्य सदस्य आनन-फानन में मिर्जापुर जनपद के चुनाव क्रेशर पर पहुंचे। क्रेशर पर पहुंचते ही परिवार के लोग वह पत्नी रीना फफक फफक कर रोने लगी। वहीं अन्य परिवारों का भी रो-रो कर बुरा हाल हो गया। मृतक महेंद्र को एक लड़का और एक लड़की है। जो ननिहाल में पढ़ाई करते हैं। वहीं स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची मिर्जापुर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर रविवार की शाम परिवार वालों को सौंप दिया। परिवार वालों ने शव का अंतिम दाह संस्कार नारायनपुर गंगा घाट पर किया।

मृतक की पत्नी रीना ने बया की अपनी कहानी

मृतक महेंद्र की पत्नी रीना देवी ने बताया कि मेरे घर परिवार में अब कोई पुरुष सदस्य नहीं रह गया है। कुछ दिन पहले मेरे ससुर व देवर की मौत हो गई थी। जिसके बाद परिवार में गार्जियन पुरुष सदस्य के रूप में मेरे पति महेंद्र थे। वह भी काल के गाल में समा गए। रीना ने बताया कि मेरी एक लड़की और एक लड़का है जो ननिहाल में पढ़ाई लिखाई करते हैं। कहा कि घर गृहस्थी का बोझ उठाने वाला अब कोई नहीं बचा है। घर और गृहस्थी बच्चों की पढ़ाई लिखाई कैसे होगी यह संकट परिवार पर विकराल रूप धारण करेगा। वही परिवार वालों के पास आर्थिक संकट भी बुरी तरह आ चुकी है।

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