डीएम ने चालक को दिया जिंदगी का यादगार तोहफा, रिटायरमेंट पर खुद कार चलाकर घर तक गए छोड़ने……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
बांदा। कार का गेट खोला और साहब के बैठ जाने पर पूछना, साहब कहां लेकर चलूं…..। इन चंद शब्दों के साथ कलेक्ट्रेट में अपना पूरा जीवन नौकरी में बिताने वाले इम्त्याजुद्दीन खां उर्फ मुख्तार की आंखें उस समय खुशी से नम हो गईं, जब उसके साहब खुद ड्राइविंग सीट पर बैठकर बोले. तो अब चलें। बांदा कलेक्ट्रेट में विदाई के भावुक पलों में न सिर्फ इम्त्याजुद्दीन की आंखों में आंसू थे बल्कि साथ काम करने वाले कर्मियों की भी साथ छूटने के गम में आंखें नम थीं। इन भावुक पलों में डीएम अनुराग पटेल ने इम्त्याजुद्दीन को जिंदगी पर के लिए यादगार तोहफा देकर खुशियां भर दीं और कर्मचारियों के विदाई समारोह के अबतक के इतिहास में अनूठी मिसाल पेश की।
दरअसल, चालक इम्त्याजुद्दीन खां उर्फ मुख्तार बांदा कलेक्ट्रेट में डीएम की कार चालक पद पर तैनात थे और 30 अप्रैल को उनका रिटायरमेंट था। उनके रिटायरमेंट को यादगार बनाने के लिए डीएम ने उन्हें अनोखे अंदाज में विदाई दी। शनिवार की सुबह इम्त्याजुद्दीन नौकरी के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे और रोज की तरह अपने साहब को आवास से कलेक्ट्रेट तक लेकर आए।
डीएम के आदेश पर कलेक्ट्रेट परिसर में सेवानिवृत्ति पर विदाई समारोह का आयोजन सहकर्मियों ने किया। शाम को जब कर्मियों से विदाई लेते हुए इम्त्याजुद्दीन की आंखों में आंसू आए तो डीएम ने एक पल में उन्हें जिंदगी भर के लिए यादगार तोहफा देकर चेहरे पर खुशी ला दी। डीएम ने उन्हें शाल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और फिर कार की ड्राइविंग सीट पर बैठकर अपने बगल में इम्त्याजुद्दीन को बिठाया।