Saturday, April 27, 2024
उत्तर-प्रदेशलखनऊ

एक पत्र ने पहुंचाया था यौनशोषण मामले में गुरमीत राम रहीम को सलाखों के पीछे, पढ़ें साध्वी की लिखी पूरी चिट्ठी….

पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क

चंडीगढ़। साध्वी यौनशोषण मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को 25 अगस्त 2017 को दोषी करार दिया गया था। राम रहीम को 28 अगस्त को सजा सुनाई गई थी। क्या आपको पता है कि इस मामले में गुरमीत राम रहीम को एक पत्र के आधार पर पर सजा हुई थी।

यह पत्र सबसे पहले सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति ने अपने सांध्य अखबार पूरा सच में प्रकाशित किया था। बाद में राम चंद्र छत्रपति की हत्या हो गई थी। इसी पत्र के आधार पर गुरमीत राम रहीम को साध्वी यौनशोषण के मामले में सजा सुनाई गई थी। गुरमीत राम रहीम छत्रपति हत्याकांड में भी उम्रकैद की सजा काट रहा है। आइए जानते हैं क्या लिखा था इस पत्र में…..

सेवा में

माननीय प्रधानमंत्री महोदय जी

श्री अटल बिहारी वाजपेयी, भारत सरकार

विषय- डेरे के महाराज द्वारा सैकड़ों लड़कियों से दुष्कर्म की जांच करें।

श्रीमान जी,

यह है कि मैं पंजाब की रहने वाली हूं और अब पांच साल से डेरा सच्चा सौदा सिरसा, हरियाणा धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा में साधु लड़की के रूप में सेवा कर रही हूं। मेरे साथ यहां सैकड़ों लड़कियां भी डेरे में 18.18 घंटे सेवा करती हैं। हमारा यहां शारीरिक शोषण किया जा रहा है। साथ में डेरे के महाराज गुरमीत सिंह द्वारा यौनशोषण दुष्कर्म किया जा रहा है।

मैं बीए पास लड़की हूं। मेरे परिवार के सदस्य महाराज के अंध श्रद्धालु हैं जिनकी प्रेरणा से मैं डेरे में साधु बनी थी। साधु बनने के दो साल बाद एक दिन महाराज गुरमीत की परम शिष्या साधु गुरुजोत ने रात के 10 बजे मुझे बताया कि आपको पिता जी ने गुफा महाराज के रहने का स्थान में बुलाया है। मैं क्योंकि पहली बार वहां जा रही थी मैं बहुत खुश थी। यह जानकर कि आज खुद परमात्मा ने मुझे बुलाया है। गुफा में ऊपर जाकर जब मैंने देखा महाराज बेड पर बैठे हैं। हाथ में रिमोट है सामने टीवी पर ब्लू फिल्म चल रही है। बेड पर सिरहाने की ओर रिवॉल्वर रखा हुआ है।

मैं यह सब देखकर हैरान रह गई। मुझे चक्कर आने लगे। मेरे पांव के नीचे की जमीन खिसक गई। यह क्या हो रहा है। महाराज ऐसे होंगे ऐसा मैंने सपने में भी नहीं सोचा था। महाराज ने टीवी को बंद किया व मुझे साथ बिठाकर पानी पिलाया और कहा कि मैंने तुम्हें अपनी खास प्यारी समझकर बुलाया है। मेरा यह पहला दिन था। महाराज ने मेरे को बांहों में लेते हुए कहा कि हम तुझे दिल से चाहते हैं। तुम्हारे साथ प्यार करना चाहते हैं क्योंकि तुमने हमारे साथ साधु बनते वक्त तन.मन.धन सब सतगुरु के अर्पण करने को कहा था। तो अब ये तन.मन हमारा है। मेरे विरोध करने पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं हम ही खुदा हैं। जब मैंने पूछा कि क्या यह खुदा का काम है तो उन्होंने कहा .

1 श्री कृष्ण भगवान थे उनके यहां 360 गोपियां थीं जिनसे वह हर रोज प्रेम लीला करते थे। फिर भी लोग उन्हें परमात्मा मानते हैं यह कोई नई बात नहीं है।

2 यह है कि हम चाहें तो इस रिवॉल्वर से तुम्हारे प्राण लेकर दाह संस्कार कर सकते हैं। तुम्हारे घरवाले इस प्रकार से हमारे पर विश्वास करते हैं व हमारे गुलाम हैं। वह हमारे से बाहर जा नहीं सकते। यह तुमको अच्छे से पता है।

3 यह कि हमारी सरकार में बहुत चलती है। हरियाणा व पंजाब के मुख्यमंत्रीए पंजाब के केंद्रीय मंत्री हमारे चरण छूते हैं। राजनीतिज्ञ हमसे समर्थन लेते हैंए पैसा लेते हैं और हमारे खिलाफ कभी नहीं जाएंगे। हम तुम्हारे परिवार के नौकरी लगे सदस्यों को बर्खास्त करवा देंगे। सभी सदस्यों को अपने सेवादारों गुडों से मरवा देंगे। सुबूत भी नहीं छोड़ेंगे। यह तुम्हें अच्छी तरह पता है कि हमने गुंडों से पहले भी डेरे के प्रबंधक फकीर चंद को खत्म करवा दिया था जिनका अता.पता तक नहीं है। न ही कोई सबूत बकाया है जो कि पैसे के बल पर हम राजनीतिक व पुलिस और न्याय को खरीद लेंगे।

इस तरह मेरे साथ मुंह काला किया और पिछले तीन मास में 20.30 दिन बाद किया जा रहा है। आज मुझको पता चला कि मेरे से पहले जो लड़कियां रहती थीं। उन सबके साथ मुंह काला किया गया है। डेरे में मौजूद 35.40 साधु लड़की 35.40 वर्ष की उम्र से अधिक हैं जो शादी की उम्र से निकल चुकी हैं। जिन्होंने परिस्थितियों से समझौता कर लिया है। इनमें ज्यादातर लड़कियां बीए, एमए, बीएड, एमफिल पास हैं मगर घरवालों के अंधविश्वासी होने के कारण नरक का जीवन जी रही हैं।

हमें सफेद कपड़े पहनना सिर पर चुन्नी रखना किसी आदमी की तरफ आंख न उठाकर देखना आदमी से 5.10 फुट की दूरी पर रहना महाराज का आदेश है लेकिन दिखाने में देवी हैं मगर हमारी हालत वेश्याओं जैसी है। मैंने एक बार अपने परिवारवालों को बताया कि डेरे में सब कुछ ठीक नहीं है तो मेरे घर वाले गुस्से में होते हुए कहने लगे कि अगर भगवान के पास रहते हुए ठीक नहीं है तो ठीक कहां है। तेरे मन में बुरे विचार आने लग गए हैं। सतगुरु का सिमरण किया कर। मैं मजबूर हूं। यहां सतगुरु का आदेश मानना पड़ता है। यहां कोई भी दो लड़कियां आपस में बात नहीं कर सकतीं।

घरवालों को टेलीफोन मिलाकर बात नहीं कर सकतीं। घरवालों का हमारे नाम फोन आए तो हमें बात करने का महाराज के आदेशानुसार हुक्म नहीं है। यदि कोई लड़की डेरे की इस सच्चाई के बारे में बात करती है तो महाराज का हुक्म है कि उसका मुंह बंद कर दो। पिछले दिनों बठिंडा की लड़की साधु ने जब महाराज की काली करतूतों का सभी लड़कियों के सामने खुलासा किया तो कई साधु लड़कियों ने मिलकर उसे पीटा। जो आज भी घर पर इस मार के कारण बिस्तर पर पड़ी है। जिसका पिता ने सेवादारों से नाम कटवाकर चुपचाप घर बैठा दिया है। जो चाहते हुए भी बदनामी और महाराज के डर से किसी को कुछ नहीं बता रही।

कुरुक्षेत्र जिले की एक साधु लड़की जो घर आ गई है उसने अपने घरवालों को सब कुछ सच बता दिया है। उसका भाई बड़ा सेवादार था जो कि सेवा छोड़कर डेरे से नाता तोड़ चुका है। संगरूर जिले की एक लड़की जिसने घर आकर पड़ोसियों को डेरे की काली करतूतों के बारे में बताया तो डेरे के सेवादारध्गुंडे बंदूकों से लैस लड़की के घर आ गए। घर के अंदर से कुंडी लगाकर जान से मारने की धमकी दी व भविष्य में किसी से कुछ भी नहीं बताने को कहा। इसी प्रकार कई लड़कियां जैसे कि जिला मानसा ;पंजाब फिरोजपुर, पटियाला, लुधियाना की हैं। जो घर जाकर भी चुप हैं क्योंकि उन्हें जान का खतरा है। इसी प्रकार जिला सिरसा, हिसार, फतेहाबाद, हनुमानगढ़, मेरठ की कई लड़कियां जो कि डेरे की गुंडागर्दी के आगे कुछ नहीं बोल रहीं।

अतः आपसे अनुरोध है कि इन सब लड़कियों के साथ.साथ मुझे भी मेरे परिवार के साथ जान से मार दिया जाएगा अगर मैं इसमें अपना नाम.पता लिखूंगी। क्योंकि मैं चुप नहीं रह सकती और न ही मरना चाहती हूं। जनता के सामने सच्चाई लाना चाहती हूं। अगर आप प्रेस के माध्यम से किसी भी एजेंसी से जांच करवाएं तो डेरे में मौजूद 40.45 लड़कियां जो कि भय और डर में हैं। पूरा विश्वास दिलाने के बाद सच्चाई बताने को तैयार हैं। हमारा डाक्टरी मुआयना किया जाए, ताकि हमारे अभिभावकों व आपको पता चल जाएगा कि हम कुमारी देवी साधु हैं या नहीं। अगर नहीं तो किसी के द्वारा बर्बाद हुई हैं। ये बता देंगे कि महाराज गुरमीत राम रहीम सिंह जी संत डेरा सच्चा सौदा के द्वारा तबाह की गई हैं।

.प्रार्थी

एक निर्दोष जलालत का जीवन जीने को मजबूर डेरा सच्चा सौदा सिरसा

 

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