लखनऊ की पहली ट्रेन होगी……इतने अक्टूबर से बदल जाएंगे कोच……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
लखनऊ। आइएसओ प्रमाणित पुष्पक सुपरफास्ट एक्सप्रेस का कलेवर बदलने की दो साल की कोशिश रंग ला गई। रेलवे बोर्ड ने पुष्पक एक्सप्रेस की पुरानी कनवेंशनल बोगियों की जगह लिंक हॉफमैन बुश एलएचबी/ क्लास वाले रैक को लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब 30 अक्टूबर से पुष्पक एक्सप्रेस मुंबई से और एक नवंबर से लखनऊ जंक्शन से एलएचबी बोगियों के साथ चलेगी। खास बात यह है कि 83 सीटों वाली एसी थर्ड इकोनॉमी बोगी लखनऊ में पहली बार पुष्पक एक्सप्रेस में लगेगी। रेलवे इस एलएचबी रैक में एसी इकोनोमी की दो बोगियां लगाएगा।
अब तक एलएचबी क्लास वाली एसी थर्ड बोगी में 72 सीटें होती थी। लेकिन रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला में अनुसंधान अभिकल्प व मानक संगठन ;आरडीएसओद्ध ने 83 सीटों वाली एसी इकोनोमी बोगी को तैयार किया। ट्रायल के बाद 10 बोगियों वाला पहला रैक यहां से निकला। जिसमें छह बोगियां उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज को भी आवंटित की गई। पुष्पक एक्सप्रेस लखनऊ से मुंबई जाने वाली एक वीआइपी श्रेणी की ट्रेन है। जिसे बेहतर सर्विस के लिए आइएसओ प्रमाण पत्र भी मिल चुका है। इस ट्रेन में अभी पुराने कनवेंशनल कोच लगे हैं। जिनकी अधिकतम गति 110 किलोमीटर प्रति घंटा है। जबकि एलएचबी बोगियों की अधिकतम गति सीमा 160 किलोमीटर प्रति घंटा होती है।
एलएचबी स्टेनलेस स्टील से बनी हल्की बोगियां होती हैं। जिनको खींचने के लिए इलेक्िट्रक लोको को कम बिजली की जरूरत होती है। वहीं सेंट्रल बफर कपलर सीबीसी के कारण किसी दुर्घटना के समय इसकी बोगियां एक के ऊपर एक नहीं चढ़ती। इनके पलटने का खतरा भी कम होता है। रेलवे ने कुशीनगर एक्सप्रेस सहित कुछ ट्रेनों के रैक को बदलकर एलएचबी कर दिया था। वहीं दो साल से पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की डीआरएम डॉ. मोनिका अिग्नहोत्री कई बार रेलवे बोर्ड को पुष्पक एक्सप्रेस का रैक एलएचबी करने का प्रस्ताव भेजा था। उनके प्रयासों के चलते रेलवे बोर्ड ने पुष्पक एक्सप्रेस के लिए रैक आवंटित कर दिया है।