तहसीलदार और 19 लेखपालों के पर मुकदमा, शासन से निलंबन की संस्तुति……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
कानपुर। शादी अनुदान और राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना घोटाले में आरोपित 19 लेखपालों के विरुद्ध कोतवाली में सोमवार की देर रात डीएम आलोक तिवारी के आदेश पर तहसीलदार सदर रितेश कुमार सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया है। साथ ही पूर्व तहसीलदार ;अब उन्नाव में तैनात अतुल सचान के विरुद्ध भी एसडीएम को गुमराह कर 10 लेखपालों को बहाल कराने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है। जो 10 लेखपाल बहाल हुए थे। उन्हें अब फिर निलंबित करने का निर्णय लिया गया है। तहसीलदार को निलंबित करने की संस्तुति डीएम ने राजस्व परिषद को की है।
शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में 409 अपात्र पाए गए थे। 702 शादी अनुदान के लाभार्थियों का पता गलत मिला था तो 1106 पारिवारिक लाभ योजना के लाभार्थियों का पता जांच अधिकारी खोज ही नहीं पाए थे। हालांकि लेखपालों को अपात्रता के मामले में निलंबित किया गया था। बहाली की मांग को लेकर लेखपाल धरना दे रहे हैं। तहसीलदार अतुल सचान ने 10 लेखपालों को बहाल करने के लिए अपनी रिपोर्ट एसडीएम को दी थी। आरोप है कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट में लेखपालों को क्लीनचिट दी और लिखा कि चूंकि लेखपाल यह कह रहे हैं कि वे इस मामले में दोषी नहीं हैं इसलिए उन्हें बहाल कर दिया जाए। एसडीएम ने इसी रिपोर्ट के आधार पर उन्हें बहाल कर दिया था।