चकियाः उत्सव व समारोह समाज के अंग हैं. निदेशक ओम प्रकाश…
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
प्रबोधिनी 2021 को देख मंत्रमुग्ध हुए छात्र.छात्राएं
मेधावियों को स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र किया गया प्रदान
चकिया, चंदौली। सावित्री बाई फूले राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में रविवार की दोपहर प्रबोधिनी 2021 वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ मालवीय पत्रकारिता संस्थान महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के निदेशक प्रोफेसर ओम प्रकाश सिंह ने दीप प्रज्वलित करके किया। इस दौरान छात्र.छात्राओं ने अपनी प्रतिभा प्रस्तुत कर मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं महाविद्यालय का नाम विश्वविद्यालय स्तर पर रोशन करने पर आकांक्षा, निधि, अमरेश सहित अन्य छात्रों को मेधावी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
छात्रों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रोफेसर ओम प्रकाश ने कहा कि ऐसे मंचों से आप के प्रतिभा का उन्नयन होता है। सफलता का आनंद तभी मिलता है जब असफलता को नकारते हुए आगे बढ़ते हैं। योग्यता सबके अंदर होती है। बस उस योग्यता को पहचनाकर अपने लक्ष्य की ओर आगे बढना चाहिए। उत्सव व समारोह समाज के महत्वपूर्ण अंग हैं उत्सव समाज को जोड़ता रहता है। और एक पीढ़ी से दूसरे पीढ़ी इसका अनवरत असर दिखाई देता है। देश की परंपराओं को आगे बढ़ाने का कार्य उत्सव व समारोह करता है।
उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना काल एक अभिश्राप है। हमने इस पहल को आयुर्वेद व सांस्कृतिक परंपराओं से कमजोर कर दिया। हमने विश्व के लिए एक मिशाल प्रस्तुत किया। आज विदेशों में बैठा हुआ व्यक्ति भी ईम्यूनिटी पावर को मजबूत करने के लिए काढे का सेवन व योग अपना रहे थे। वहीं अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्या डा. संगीता सिन्हा ने कहा कि ऐसे आयोजन किया जाता है जिससे छात्रों की प्रतिभा निखरती है। वहीं हमारे देश की संस्कृति विराशत इतनी मजबूत है कि आज विदेशी महिलाएं भी भारतीय संस्कृति को अपनाकर साड़ीए विन्दी में देखी जा सकती हैं। छात्रों ने खेल के साथ.साथ पढ़ाई में भी महाविद्यालय का नाम रोशन किया है। बिना उत्सव समारोह के हमारे जीवन में निराश छाई रहती है। कहा कि शिक्षा व संस्कार जिंदगी जीने का मूल मंत्र है। शिक्षा कभी किसी भी मोड पर झूकने नहीं देता है। और संस्कार कभी गिरने नहीं देगा।
प्रबोधिनी 2021 में कान्हा सो जा जरा…का नृत्य आंचल, सपना, बविता ने ऐसा प्रस्तुत किया कि छात्र छात्राएं झूम उठे। वहीं दहेज अभिश्राप पर अंजली, सोनी, साक्षी ने मूझे क्या बेचेगा रुपया…का नृत्य लोगों को सोचने पर मजबूर किया। वहीं शिवानी, निलम ज्योति ने संदेशे आते हैं…. जैसे देश भक्ति नृत्य प्रस्तुत कर छात्रों सहित अतिथियों को भाव विभोर कर दिया। इसके साथ ही मिथिलेश, कार्तिक ने धोती व पैंट सर्ट पहनकर कामेडी नृत्य मूझको भी तो लिफ्ट करा दें….पर खूब ठहाके लगाए। इसके बाद देश रंगीला, तेरा चेहरा जब नजर आए पर कत्थक प्रस्तृति के साथ ही जय हो के नृत्य प्रस्तुत कर सपना, आंचल डाली ने छात्रों की खूब तालियां बटोरी।
समापन के दौरान खेल पुरस्कार मेधावी पुरस्कार का वितरण किया गया। इस दौरान संयोजिका डा. अमिता सिंह, समारोहक रमाकांत गौंड, डा. सरवन यादव, डा. मिथिलेश सिंह, डा. शमशेर बहादुर, डा. प्रियंका पटेल, डा. संतोष यादव, डा. विजय लक्ष्मी, डा. रामजनम सोनकर, डा. अनिल, डा. श्याम जनम सोनकर सहित छात्र उपस्थित थे।