पुलवामा के शहीद सैनिकों और आंदोलन में शहीद किसानों किसान, मजदूर नेताओं ने दी श्रद्धांजलि, चकिया में निकाला कैंडिंल मार्च, गांधी प्रतिमा के सामने हुआँ श्रद्धांजलि सभा….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
अलगाव में पड़े प्रधानमंत्री बौखलाहट में कर रहे हमले
चकिया, चंदौली। संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर पुलवामा के शहीद सैनिकों और किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए माकपा, किसान सभा, आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट और जय किसान आंदोलन से जुड़े मजदूर किसान मंच के कार्यकर्ताओं ने चकिया में कैंडिल जुलूस एवं शोक सभाएं आयोजित कीं। ष्जय जवान.जय किसानष् का नारा बुलंद करते हुए इन कार्यक्रमों में आरएसएस और भाजपा के छद्म राष्ट्रवाद का भण्ड़ाफोड़ किया गया। एक टीवी चैनल के सम्पादक के वाट्सअप चैट लीक होने के बाद अब ये साफ हो गया है कि भाजपा ने पुलवामा हमले और बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक का इस्तेमाल अपने चुनावी राजनीतिक हितों को साधने के लिए किया था। इन श्रद्धांजलि सभाओं के बारे में वक्ताओं ने बोलते हुए!
नेताओं ने कहा कि तीनों काले कृषि कानूनों को वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने के किसानों के जारी आंदोलन को दिन प्रतिदिन मिल रहे भारी समर्थन ने प्रधानमंत्री को गहरे अलगाव में डाल दिया है। संसद के दोनों सदनों में दिया गया उनका वक्तव्य इसी बौखलाहट का प्रदर्शन है। इस किसान आंदोलन ने देश को दिखा दिया है कि कथित महामानव प्रधानमंत्री पूंजी की ताकत के सामने बौने हैं। इसी बौखलाहट का नतीजा है कि उनकी सरकार किसानों की बाड़बंदी करने और किसानों के पक्ष में खड़े नागरिकों व बुद्धिजीवियों के विरूद्ध दुष्प्रचार करने और दमन ढाने में लगी हुई है। यहां तक कि किसानों व आमजन की आवाज उठा रहे न्यूज क्लिक जैसे वेब चैनलों के दफ्तरों पर ईडी के छापे डाले जा रहे हैं और देश के प्रतिष्ठित पत्रकारों के विरूद्ध देशद्रोह के मुकदमें कायम किए गए हैं। दरअसल किसानों के आंदोलन ने कारपोरेट के लाभ के लिए देश को तबाह करने वाले रास्ते के बरअक्स देश की तरक्की के लिए जरूरी खेती किसानी के विकास के रास्ते के सवाल को सामने ला दिया है। बड़े कारपोरेट घरानों और वित्तीय सम्राटों के सामने नतमस्तक प्रधानमंत्री देश में हर उठ रही आवाज को कुचलना चाहते हैं लेकिन किसानों के जारी आंदोलन ने उनके देश पर तानाशाही थोपने के मंसूबे को ध्वस्त कर दिया है।
आज की श्रद्धांजलि सभाओं का कार्यक्रम में माकपा राज्य कमेटी सदस्य राम अचल यादव, एआईपीएफ के राज्य कार्य समिति सदस्य अजय राय, अखिल भारतीय किसान सभा जिला मंत्री लालचंद यादव, मजदूर किसान मंच तबरेज़ आलम, मजदूर नेता शिवमुरत राम, वसीम अहमद, रामजी सहित कई लोग शामिल रहें।