रजिस्टार पर लगाया आरोप, उत्पीडऩ के चलते पति ने की आत्महत्या….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
गोरखपुर। मदनमोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय एमएमएमयूटी के जूनियर वर्कशाप इंचार्ज 50 वर्षीय वीरेंद्र चौधरी की बुधवार शाम कुसम्ही रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। उनकी पत्नी मैनावती सिंह ने खोराबार थाने में प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के रजिस्टार के उत्पीडऩ के चलते उनके पति ने आत्म हत्या कर ली। वह आत्महत्या नहीं करते, उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया। इसलिए इसकी जिम्मेदारी रजिस्टार की है। रजिस्टार के खिलाफ कार्रवाई हाेनी चाहिए।
कर्मचारियों ने भी किया था प्रदर्शन
वीरेंद्र की मौत को लेकर गुरुवार को एमएमएमयूटी के कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के सामने प्रदर्शन किया। वीरेंद्र की पत्नी मैनावती ने आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय के रजिस्टार लगातार उसे बर्खास्तगी की धमकी दे रहे थे। वीरेंद्र की समझ में नहीं आ रहा था कि उसे क्यों धमकी दी जा रही है। वीरेंद्र इसे लेकर तनाव में रहते थे। इससे तंग आकर उन्होंने आत्म हत्या कर ली। मैनावती ने एमएमएमयूटी के कुलपति प्रोफेसर जेपी पाण्डेय को प्रार्थना पत्र देकर रजिस्टार व एक अन्य अधिकारी पर पति को प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। मैनावती सिंह ने आरोप लगाया है कि रजिस्टार जांच के नाम पर उनके पति को जेल भेजने की धमकी देते थे। उन्होंने यह भी कहा है कि वह किस मामले की जांच करने की बात करते थे, इसकी भी जांच होनी चाहिए। यदि रजिस्टार के खिलाफ जांच नहीं हुई तो यही समझा जाएगा कि उन्हें बचाया जा रहा है। मैनावती ने इसे लेकर खोराबार थाने में तहरीर भी दी है।