शोध का उद्देश्य ज्ञान कोष को सुरक्षित एवं समृद्ध करना” , काशी विद्यापीठ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रति उन्मुखीकरण एवं जागरूकता कार्यक्रम में विद्वानों ने रखें अपने विचार……..
शोध का उद्देश्य ज्ञान कोष को सुरक्षित एवं समृद्ध करना”
काशी विद्यापीठ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रति उन्मुखीकरण एवं जागरूकता कार्यक्रम में विद्वानों ने रखें अपने विचार
वाराणसी। मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम, शिक्षाशास्त्र, विभाग महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रति उन्मुखीकरण एवं जागरूकता कार्यक्रम में शनिवार को विद्वानों ने अपने विचार व्यक्त किए। प्रो. किरण लता डंगवाल, शिक्षाशास्त्र विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय ने रेखांकित किया कि तकनीकी हमारे जीवन को किस प्रकार प्रभावित कर रही है। उन्होंने सूचनात्मक उपकरण, ई कंटेंट, शिक्षा में तकनीकी तथा शिक्षा की तकनीकी इत्यादि पर विचार प्रस्तुत किया।
दूसरे सत्र में एन.सी.ई.आर.टी. के प्रो. एस.के. यादव ने कहा कि शोध का उद्देश्य ज्ञान कोष को सुरक्षित एवं समृद्ध करना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 में क्रियात्मक अनुसंधान पर बल दिया गया है, जिसमें वर्तमान की परिस्थितियों को बेहतर बनाने की प्रक्रिया अन्वेषित की जाती है। शोध के विभिन्न प्रकार जैसे गुणात्मक शोध, मात्रात्मक शोध एवं मिश्रित शोध को उदाहरण के साथ स्पष्ट किया। स्वागत प्रोग्राम डायरेक्टर प्रो. सुरेंद्र राम, संचालन कोर्स को-आर्डिनेटर प्रो. रमाकांत सिंह, धन्यवाद ज्ञापन प्रो. ममता भटनागर एवं डॉ. दिनेश कुमार और तकनीकी सहयोग विनय सिंह ने किया ।