Saturday, April 27, 2024
उत्तर-प्रदेशचंदौली

चकिया पहुंचे एसपी, दो तस्करों सहित 6 पिस्टल, तमंचा कारतूस हुआ बरामद, इस प्रदेश से असलहे की लाते थे खेप……एसपी ने टीम को 25 हजार रुपये इनाम का किया घोषणा……

चकिया, चंदौली। पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए चकिया के मोहम्मदाबाद से दो अंतरजनपदीय असलहा तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से भारी मात्रा में असलहे की खेप मिली है। छह फैक्ट्री मेड पिस्टल, तमंचा,कारतूस और दो अवैध शस्त्र बरामद किए गए हैं। तस्कर मध्य प्रदेश के खंडवा से असलहे की खेपं लेकर गाजीपुर जा रहे थे। एसपी डा. अनिल कुमार ने पुलिस टीम को 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की।

एसपी ने बताया कि मंगलवार की शाम पुलिस को सूचना मिली कि अवैध असलहा की सप्लाई करने वाले गैंग के दो सदस्य बुलेट से असलहों की खेप लेकर चकिया के मोहम्मदाबाद के रास्ते गाजीपुर जाने की फिराक में हैं। उनके पास पिटू बैग में असलहा है। इस पर पुलिस एक्टिव हो गई। एएसपी आपरेशन अनिल कुमार यादव व सीओ चकिया आशुतोष के पर्यवेक्षण में चकिया कोतवाली के साथ ही स्वाट और सर्विलांस की संयुक्त टीम गठित की गई। पुलिस टीम ने मोहम्मदाबाद पहुंचकर घेरेबंदी कर ली और बुलेट आने का इंतजार करने लगी। कुछ देर बाद लतीफशाह मार्ग की तरफ से एक बाइक तेज गति से आती दिखी। बाइक नजदीक आने पर पुलिस टीम ने घेरकर रोक लिया। बाइक पर सवार दो लोगों को पकड़ लिया। पकड़े गए राहुल यादव पुत्र जय प्रकाश यादव निवासी ग्राम कुदरा पथरा थाना गहमर जिला गाजीपुर की तलाशी ली गई। उसकी कमर में खोसा गया एक फैक्ट्री मेड पिस्टल 32 बोर, दो जिन्दा कारतूस 32 बोर मैगजीन में लोड, एक मोबाइल व 600 रुपये नकद बरामद किए गए। वहीं बुलेट पर पीछे बैठे धनंजय यादव पुत्र राधाकृष्ण यादव निवासी ग्राम बद्दोपुर थाना करीमद्दीनपुर जिला गाजीपुर के पास से भी असलहा बरामद हुआ। उसके कमर में खोसा हुआ एक फैक्ट्री मेड पिस्टल 32 बोर, दो जिन्दा कारतूस 32 बोर मैगजीन में लोड तथा एक मोबाइल कीपैड व 440 रुपये नकद बरामद किया गया। उसके पिट्ठ बैग में 2 पिस्टल .32 बोर, 1 जिन्दा कारतूस 32 बोर, 1 तमंचा 315 बोर, 1 तमंचा 12 बोर, 1 कारतूस 12 बोर मिला।

पुलिस ने पकड़े गए असलहा तस्करों से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि अपने साथी साहिल सिंह पुत्र हरिद्वार सिंह निवासी ग्राम मैनपुर माहेपुर थाना करंडा गाजीपुर के साथ मिलकर असलहों को एमपी के खंडवा से सस्ते दाम पर खरीदकर ले आते थे और साहिल सिंह को देते थे। एक साथ मिलकर ग्राहकों को तैयार कर अत्यधिक दाम पर बेचते थे। इससे जो भी लाभ होता था उसे तीनों लोग मिलकर बराबर बांट लेते थे। साहिल सिंह ही अपने आदमी से तस्करों को रेलवे स्टेशन खंडवा के पास असलहे उपलब्ध कराता था।

तस्करों के पास से बरामद बुलेट दो साल पूर्व लंका वाराणसी से चोरी की गई थी। लोगों को धोखा देने के लिए फर्जी नम्बर प्लेट लगाकर अवैध रूप से असलहे की तस्करी के प्रयोग में लाया जा रहा था। यह धंधा काफी दिनों से चल रहा था। पुलिस ने ई.चालान एप से चेचिस नंबर का मिलानकर देखा तो बुलेट का नंबर सही मिला।

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