ड्यूटी के बाद कमरे में चला गया था सिपाही, सुबह खिड़की से झांककर देखा तो साथियों के उड़े होश
प्रयागराज। धूमनगंज थाने में तैनात सिपाही 28 वर्षीय घनश्याम ने गुरुवार भोर में फंदे से लटककर जान दे दी। उसने किन कारणों से यह कदम उठाया, इस बारे में कोई कुछ नहीं बता पा रहा है। कमरे से पुलिस को कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला।
फिरोजाबाद के पचोखरा थानांतर्गत बुर्जनलू गांव निवासी इंदल का पुत्र घनश्याम पुलिस विभाग में सिपाही था। करीब दो माह पहले मेजा थाने से स्थानांतरित होकर वह धूमनगंज थाने आया था। यहां हरवारा में किराए का कमरा लेकर अकेले रहता था।
देर रात तक की थी ड्यूटी
बुधवार देर रात तक उसने ड्यूटी की। फिर अपने कमरे पर चला गया। गुरुवार सुबह काफी देर तक वह नहीं दिखा तो पास में रहने वाले दूसरे सिपाहियों ने उसे आवाज दी, लेकिन कमरे के भीतर से कोई आहट नहीं मिली। तब साथी चले गए। कुछ देर बाद वापस आकर दरवाजे पर दस्तक दी। दोबारा कोई आहट नहीं मिलने पर खिड़की से भीतर झांका तो सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई।
पुलिस कर रही मामले की जांच
घनश्याम पंखे से चादर के सहारे लटक रहा था। सूचना पाकर धूमनगंज थाना प्रभारी राजेश मौर्य व फोरेंसिक टीम पहुंची। जांच पड़ताल की गई। सिपाही के घरवालों को सूचना दी गई। बताया जाता है कि घनश्याम ने कुछ समय पहले आरओ-एआरओ की परीक्षा दी थी। थाना प्रभारी का कहना है कि घनश्याम ने किन कारणों से खुदकुशी की, इस बारे में जांच-पड़ताल की जा रही है। घटना से पहले उसने अपने घरवालों से बातचीत की थी या नहीं, इस बारे में स्वजन के आने के बाद ही पता चलेगा।