परिवार के छह लोगों को जिंदा जलाया-मासूम की मौत, पीड़िता ने बातचीत में बताया आंखों देखा हाल; दरिंदों को मिले फांसी
पानीपत। चेहरा झुलसा हुआ। हालत ऐसी कि खुद को देख लें तो सहम जाएं। सांस लेने में दिक्कत हो रही। कुछ और सोचने का प्रयास करते पर बार-बार आंखों के सामने वहीं भयावह तस्वीर आ रही है। जब आग के बीच वो बचाव के लिए बार-बार चिल्लाकर मदद मांग रहे थे।
अब कोई जानकार भी नजदीक जाता है तो डर लग रहा है। ये स्थिति उस पीड़ित परिवार के पांच सदस्यों की है। जिन्हें चाचा ने ही हथियार के बल पर बंधक बनाकर आग में झुलसा दिया। इसमें एक मासूम की जान तक चली गई। पापा काम पर गया हुआ था। बड़ी बहन भी जीजा के साथ घर पर आई हुई थ
उन्हें वापस लौटना था लेकिन पापा के इंतजार में रुके हुए थे। सर्दी न लगे, सभी घर के अंदर बैठे थे। एक दूसरे से हंसी-मजाक कर रहे थे। चाचा मोनू साथी राहुल व अन्य के साथ आया। पैसे की बात बोलकर मां के साथ गाली-गलौज करने लगा।
हम उनके इरादे को समझ पाते। इससे पहले ही आरोपितों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। आरोपितों ने पिस्तौल व कुल्हाड़ी दिखाकर कमरे में बंद कर दिया और आग लगा दी। हम उनसे छोड़ने की मिन्नतें करते रहे लेकिन आरोपितों ने मारने की धमकी दी और कोई बचाने के लिए न आए।
ऐसे में बाहर खड़े होकर पहरा देने लगे। इसी बीच कमरे में धुआं इतना हुआ की सांसों की डोर टूटने लगी और सभी बेसुध होकर गिर गए। जब होश आया तो अस्पताल में थे। ऐसे दरिंदों को फांसी से कम कोई सजा नहीं मिलनी चाहिए। -जैसा पीड़ित परिवार की एक बेटी ने दैनिक जागरण को बताया।
पिल्ले को आग में फेंक दिया कुतिया ने काटा तो उसे भी कुल्हाड़ी मारी
पीड़ित परिवार के मुखिया ने बताया कि उसने पाकिस्तानी रूबल नस्ल की कुतिया पाली हुई है। आरोपित मोनू व उसके साथ ने परिवार के लोगों को घर में बंधक बना आग लगाई तो कुतिया भौंकने लगी। तभी आरोपितों ने उसके पिल्ले तक को आग में फेंक दिया। कुतिया ने आरोपित के हाथ में काट लिया। आरोपित ने उस पर भी कुल्हाड़ी से हमला कर दिया।
तीन माह पहले भी डरकर रिश्तेदारों के यहां गुजारी थी रात
पीड़ित ने बताया कि मोनू जून 2023 में जेल से बाहर आया था। तब से लगातार उन्हें तंग कर रहा था। मामले में आठ लाख रुपये लगने की बात कहकर उनसे झगड़ा करता था। पैसे न देने पर घर तक खाली करने की धमकी भी दी। उसने बताया कि करीब तीन माह पहले भी उसे परिवार सहित मारने की धमकी दी थी। जिसके चलते उसने बचने के लिए भादड़ स्थित अपने रिश्तेदार के यहां परिवार सहित रात गुजारी थी। तब भी पुलिस को शिकायत दी थी।