बिना टिकट यात्रा कर रहे थे युवक, पुलिसकर्मियों ने किया कुछ ऐसा…; अब SP ने थाना प्रभारी समेत 5 को किया लाइन हाजिर
चित्रकूट। चित्रकूटधाम कर्वी रेलवे स्टेशन में बिना टिकट पकड़े गए किशोर व दो युवकों की पिटाई के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। चित्रकूटधाम कर्वी जीआरपी थाना प्रभारी त्रिपुरेश कौशिक और उप निरीक्षक संदीप कुमार यादव सहित पांच कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
साथ ही मुकदमा भी लिखा गया है। यह कार्रवाई सीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी जीआरपी झांसी एसपी विपुल कुमार श्रीवास्तव ने की है। आरोपित थाना प्रभारी त्रिपुरेश कौशिक जनपद मेरठ के थाना सरधना के कुसावती का रहने वाला है।
जीआपी ने की थी थर्ड डिग्री
बीती 24 दिसंबर को मध्य प्रदेश के जिला सतना के थाना नयागांव (चित्रकूट) के छीरका पुरवा के रहने वाले अनुसूचित जाति के शिवनरेश वर्मा का 15 वर्षीय बेटा ओम नारायण घर से भाग कर स्टेशन पहुंच गया था। जिसको खोजते हुए उसके मामा थाना राजापुर के बरुआ निवासी 18 वर्षीय धनराज व चचेरा भाई 20 वर्षीय ओम प्रकाश स्टेशन पहुंचे थे। जिनको बिना टिकट पकड़ कर जीआरपी सिपाही थाने ले गए, वहां पर ओम नारायण को पहले से बैठाए थे।
जीआरपी ने तीनों के साथ थर्ड डिग्री का प्रयोग करते हुए जमकर पीटा था। देर शाम परिवार के लोगों को बुलाकर लिखा-पढ़ी कर सिपुर्द कर दिया था। तीनों छात्र हैं, उनके साथ ऐसे घटना की जानकारी दूसरे दिन कर्वी कोतवाली तक पहुंची। ओम प्रकाश के पिता सुरेश प्रसाद वर्मा ने जीआरपी थाना प्रभारी त्रिपुरेश कौशिक सहित अन्य कर्मियों के खिलाफ तहरीर दी।
हालांकि, कोतवाली पुलिस ने जीआरपी का मामला होने के कारण मुकदमा नहीं दर्ज किया, लेकिन तीनों छात्रों को जिला अस्पताल में भर्ती करा जीआरपी के उच्चाधिकारियों को सूचना भेजी थी। एसपी जीआरपी ने सीओ नईम खां को जांच सौंपी थी।
शुक्रवार देर शाम को वह खुद जीआरपी थाने पहुंचे और पीड़ित परिवार को बुलाकर अपने सामने बयान दर्ज कराए, इसके बाद कार्रवाई की। एसपी जीआरपी ने बताया कि थाना प्रभारी त्रिपुरेश कौशिक, रात्रि ड्यूटी में रहे उप निरीक्षक संदीप कुमार यादव, हेड कांस्टेबल विनोद कुमार, रामकरण व मुकद्दर को जीआरपी थाने से हटाकर लाइन भेज दिया गया है।
साथ ही सुरेश की तहरीर पर थाना प्रभारी व पांच अज्ञात के खिलाफ मारपीट, एससी-एसटी एक्ट समेत विभिन्न धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। उप निरीक्षक संजीव कुमार को जीआरपी थाने का प्रभारी बनाया गया है।
पीड़ित धनराज बोला, रशीद मांगने पर था पीटा
धनराज ने बताया कि जीआरपी उनको बिना टिकट पकड़कर थाने ले गई थी। आरोप है कि दो हजार रुपये की मांग की जा रही थी, लेकिन उनके पास इतने रुपये नहीं थे। सिर्फ 1200 रुपये थे जिसे ले लिया था। उन्होंने इसकी रसीद मांगी तो वह भड़क गए और जमकर पिटाई की। जाति के बारे में पूछा, फिर जातिसूचक गालियां दीं।