फर्जी प्रमाण पत्र पर सालों से कर रहे थे जेई की नौकरी, आठ के खिलाफ दर्ज हुआ……
सिवान। फर्जी प्रमाण पत्र पर जेई के पद पर नौकरी कर रहे प्रखंड के चार लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके अलावा रघुनाथपुर के तीन एवं दरौली का एक अभ्यर्थी शामिल है। इन पर बिहार तकनीकी सेवा आयोग के प्रशाखा पदाधिकारी अनिल कुमार ने सचिवालय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
बताया जाता है कि ये सभी अभ्यर्थी फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर सरकार की आंख में धूल झोंक कर कई सालों से नौकरी कर रहे थे।
फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी करने वालों में आंदर प्रखंड के मानपुर पतेजी गांव निवासी अखिलेश कुमार राम, अमल कुमार राम, असांव गांव निवासी मुन्ना चौरसिया एवं संदीप कुमार चौरसिया, रघुनाथपुर के रमेश दुबे, मुकेश कुमार, मुन्ना कुमार तथा दरौली निवासी भीम कुमार शामिल हैं।
212 पदों पर बहाली के लिए विज्ञापन
इसमें अमल कुमार राम आंदर में जेई के पद पर पदस्थापित हैए वहीं अखिलेश कुमार राम मैरवा प्रखंड में पदस्थापित है। प्रशाखा पुलिस के पदाधिकारी ने बताया कि 212 पदों पर बहाली के लिए विज्ञापन निकाला गया था, बीएससी, एग्रीकल्चर उत्तीर्ण अभ्यर्थी आवेदन कर सकते थे।
अंकों के आधार पर चयन होना था, काउंसलिंग के दौरान यह इन सभी अभ्यर्थियों पर शक हुआ, जांच की गई तब पाया गया कि इन लोगों ने फर्जी प्रमाण पत्र जमा किया है। इन अभ्यर्थियों द्वारा वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर ;उत्तर प्रदेश का प्रमाण पत्र लगाया था।
आयोग की तरफ से विश्वविद्यालय को जांच के लिए लिखा गया। जौनपुर के विश्वविद्यालय ने जांच के बाद यह बताया कि बैचलर आफ साइंस एग्रीकल्चर का संचालन उनके विश्वविद्यालय में नहीं होता है।
इस संबंध में बीडीओ कुणाल कुमार ने बताया कि इसकी जानकारी मुझे नहीं है। वरीय अधिकारी का आदेश आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।