पांच राज्यों के नतीजे तय करेंगे इंडिया गठबंधन की एकता, एमपी में कांग्रेस की सपा से बेरुखी का यूपी में दिखेगा असर…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
लखनऊ। अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव में एनडीए को हराने के लिए बने विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए की एकता पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे तय करेंगे। कांग्रेस का इन राज्यों में जैसा प्रदर्शन होगा उसी के अनुरूप उत्तर प्रदेश में गठबंधन की सीटें तय होंगी।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सपा से बेरुखी का असर भी कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में देखने को मिलेगा। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा कांग्रेस के साथ गठबंधन चाहती थी। किंतु कांग्रेस ने उसे यहां एक भी सीटें नहीं दीं। इसके बाद समाजवादी पार्टी ने यहां 70 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं।
इसके साथ ही मध्य प्रदेश चुनाव प्रचार में भी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ताकत झोंक दी है। उनकी पत्नी व सांसद डिंपल यादव भी मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर चुनाव प्रचार कर रही हैं। राजस्थान में सपा पांच सीटों पर कांग्रेस को चुनौती दे रही है। यहां पर रालोद को कांग्रेस ने महज एक सीट ही दी है।
तीन दिसंबर को पांचों राज्यों के चुनाव नतीजे आ जाएंगे। इसके बाद आइएनडीआइए में शामिल दलों के रुख साफ होंगे। प्रदेश में समाजवादी पार्टी सभी 80 सीटों पर चुनाव की तैयारी में जुटी है। अखिलेश यादव यहां तक कह चुके हैं कि अगर प्रदेश में गठबंधन हुआ तो भी उनकी पार्टी 65 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहींए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय भी सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं। रालोद भी 12 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा कर रही है।
पांचों राज्यों के नतीजे आने के बाद रालोद अध्यक्ष जयन्त चौधरी पांच दिसंबर को लखनऊ में चुनाव तैयारियों की समीक्षा भी करेंगे। सूत्रों के अनुसार सपा प्रदेश में कांग्रेस से मध्य प्रदेश के व्यवहार का बदला भी ले सकती है। गठबंधन न होने की दशा में सपा रायबरेली व अमेठी लोकसभा चुनाव में इस बार अपने प्रत्याशी खड़ा कर सकती है। अभी तक सपा अमेठी में राहुल गांधी व रायबरेली में सोनिया गांधी के खिलाफ अपने प्रत्याशी नहीं उतारती आई है।