केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त किया जाए, घरना देंगे आइपीएफ कार्यकर्ता, आल इंडिया फ्रंट कमेटी की बैठक में हुआ फैसला……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
लखनऊ। लखीमपुर खीरी में किसानों का नरसंहार रचाने वाले केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को तत्काल मंत्री पद से बर्खास्त कर गिरफ्तार किया जाए और किसानों के हत्यारे उनके पुत्र आशीष मिश्र व अन्य की गिरफ्तारी हो। यह मांग आज आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट की आल इंडिया फ्रंट कमेटी की वर्चुअल बैठक में की गई। बैठक में कहा गया कि न्याय की इस लड़ाई में आइपीएफ पूरी ताकत से लगा हुआ है। बैठक में इन मांगों पर पूरे देश में प्रतिवाद आयोजित करने और राष्ट्रपति को सम्बोधित मांग पत्र भेजने का निर्णय लिया गया। आइपीएफ की एक टीम दूसरी बार सोमवार को आइपीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एसआर दारापुरी के नेतृत्व में लखीमपुर खीरी जाकर पीड़ित परिवारों से मिलेगी और वहीं कार्यक्रम की घोषणा भी की जायेगी। बैठक में निर्णय हुआ कि बिहार के महाराजगंज, पटना व सीवान में घरना दिया जायेगा और सीतापुर व सोनभद्र में अनिश्चितकालीन घरना शुरू किया जायेगा।
बैठक में कहा गया कि लखीमपुर की घटना ने भाजपा सरकार के अपराधी माफिया क्रूर राज की सच्चाई सामने ला दी है। एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी को देश का गृह राज्य मंत्री बनाकर कौन सा बेहतर शासन देश व प्रदेश में चल सकता है। सुप्रीम कोर्ट तक ने माना है कि अजय मिश्र के गृह राज्यमंत्री रहते लखीमपुर किसान नरसंहार की निष्पक्ष जांच सम्भव नहीं है। इसलिए लखीमपुर घटना की निष्पक्ष जांच और अपराधियों को दण्ड़ित करने के लिए अजय मिश्र को मंत्री पद से बर्खास्त करना चाहिए और उनकी भी गिरफ्तारी कर पूछताछ करनी चाहिए।
बैठक में अखिलेन्द्र प्रताप सिंह, बिहार के पूर्व विधायक रमेश सिंह कुशवाहा, डा. बृज बिहारी, नीलेन्दु त्यागी, शगुफ्ता यासमीन, राजेश सचान, दिनकर कपूर, अजय राय, इशान गोयल ने बातें रखी। बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष एस. आर, दारापुरी व संचालन महासचिव डा. परमानंद पाल ने की।