Sunday, April 28, 2024
उत्तर-प्रदेशचंदौली

चंदौलीः इस तेजतर्रार bjp नेता ने सपा विधायक पर आक्सीजन प्लांट न लगवाने का लगाया आरोप…..हवाला देकर लगा दी आरोपों की झड़ी…..झूठ न बोलें नहीं है बंद

पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क

चंदौली। जिले में कोरोना के इस वैश्विक महामारी में लोगों की जिंदगी बचाने के लिए जहां लोग आगे आए हैं। भाजपा के जनपद के विधायकों ने अपने अपने क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्रों पर ऑक्सीजन प्लांट अपने निधि से लगवाया है। लेकिन सकलडीहा विधानसभा में कहीं भी आक्सीजन प्लांट नही लगवाया गया है। सकलडीहा विधानसभा के भाजपा प्रभारी सूर्यमुनि तिवारी ने स्थानीय सपा विधायक पर जनता के हितों का हवाला देकर आरोपों की झड़ी लगा दी है। चंदौली जनपद में चार विधानसभा है जिसमें मुगलसरायए सैयदराजा तथा चकिया विधानसभा की सीटों पर क्रमशः साधना सिंहए सुशील सिंह तथा शारदा प्रसाद विधायक है। सभी भाजपा के विधायकों ने अपने अपने क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों की जिंदगी बचाने के लिए आक्सीजन प्लांट लगवाया है। मुगलसराय विधानसभा के भोगबारा में साधना सिंहए सैयदराजा विधान सभा के धानापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सुशील सिंह ने तथा चकिया विधानसभा के चकिया संयुक्त चिकित्सालय पर स्थानीय विधायक शारदा प्रसाद द्वारा ऑक्सीजन प्लांट लगाकर मरीजो1 की जिंदगी बचाने की पहल की गई है। जिला मुख्यालय के पंडित कमलापति जिला चिकित्सालय में स्थानीय सांसद महेंद्र नाथ पांडेय व सुशील सिंह के सहयोग से बड़ा आक्सीजन प्लांट लगाया गया है। जबकि सकलडीहा विधानसभा के विधायक द्वारा अपने विधानसभा में इस तरह का कोई कार्य नहीं किया गया है। जिससे महामारी में क्षेत्रीय जनता को लाभ मिल सके। बताया कि स्थानीय सपा विधायक मानवता को पूरी तरह तार तार कर दिए हैं। महामारी किसी जात पात या पार्टी देख कर नहीं आती है। इस वैश्विक महामारी से सभी लोग पीड़ित है। सबसे बड़ी बात है कि आपने क्षेत्र की जनता के लिए सरकारी निधि भी देने में आनाकानी करना कितनी शर्मनाक बात है। जब जनता ही नहीं रह पाएगी तो ऐसे जनप्रतिधियों को रहने का क्या औचित्य है।

इनसेट

जनता का पैसा जनता के लिए होगा खर्चः प्रभु

चंदौली। सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव ने कहा कि विधायक निधि का पैसा जनता का है और जनता के लिए खर्च किया जाएगा। पिछले बार कोरोना से बचाव की लड़ाई में मैंने अपनी विधायक निधि से धन दिया थाए लेकिन जब उसका हिसाब तलब किया गया तो स्वास्थ्य महकमा आनाकानी करने लगा। जिला योजना की बैठक में जब इस मुद्दे को उठाया गया तो उससे संबंधित सरकारी खाते को ही बंद कर दिया गया है। अब जहां खर्च की पारदर्शिता पर भी सवाल हो तो वहां विधायक निधि से धन देने का कोई आचित्य नहीं बनता है। बताया कि उपकरण खरीद में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है।

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