यूपी पंचायत चुनावः जिला पंचायत में बन गए तीन नए वार्ड, पहली बार हुआ आरक्षण….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
राजधानी की जिला पंचायत में इस तीन नए वार्ड बन गए हैं। इन वार्डों का आरक्षण भी पहली बार हुआ है। ये वार्ड 2015 को आधार वर्ष मानकर दोबारा हुए आरक्षण के दौरान ही वजूद में आए हैं। जबकि तीन मार्च 2021 को जारी हुए आरक्षण में इन नए वार्डो का जिक्र तक नहीं था। आरक्षण से नाखुश लोग इस मुद्दे को लेकर आगे जा सकते हैं।
एक, पांच व 23 नम्बर बने नए वार्ड
जिला पंचायत के वार्ड नम्बर एक चिनहट वार्ड नम्बर पांच बीकेटी व वार्ड नम्बर 23 ;मोहनलालगंज गोसाईंगंज को इस बार नया वार्ड माना गया है। इनका आरक्षण परिवार संख्या के आधार पर नया वार्ड मानते हुए पहली बार किया गया है। नई आरक्षण सूची में इन वार्डो के सामने वर्ष 2015 की आरक्षण श्रेणी रिक्त है। जबकि पहले हुए आरक्षण में इन वार्डो के सामने 2015 की आरक्षण श्रेणी लिखी थी। बस यही बात लोगों के मन में शंका पैदा कर रही है।
जिला पंचायत के छह वार्ड कम हुए
राजधानी की 76 पंचायतों के शहरी सीमा में शामिल होने के कारण इसबार जिला पंचायत के छह वार्ड कम हो गए हैं। जिला पंचायत का दायरा 31 वार्ड से घटकर 25 रह गए। इसमें चिनहट के दो, सरोजनीनगर के तीन व मोहनलालगंज से एक जिला पंचायत वार्ड कम हुआ।
पहले क्रमांक था, अब कम्पोजीशन है आधार
डीपीआरओ निरीश चन्द्र साहू बताते हैं कि पहले वार्ड के क्रमांक के आधार पर आरक्षण माना गया था। इस बार 2015 के आरक्षण को कम्पोजीशन संयोजन के हिसाब से लिया गया है। ग्राम पंचायत कम होने से वार्ड कम हुए। इस कारण वार्डो का गठन में जिस वार्ड का हिस्सा 50 प्रतिशत से अधिक था। उसका 2015 का आरक्षण वही रहा। जिस वार्ड में तीन वार्ड मिले और सभी की हिस्सेदारी 50 फीसदी से कम रही। उसे नया वार्ड माना गया। जैसे वार्ड नम्बर एक पांच व 23।