पत्नी ने खाना खिलाकर सुलाया था, बेटे के रोने पर जागा पिता; छत की तरफ देखने पर निकल गई चीख
नरैनी। नौकरी की चाहत में सीसैट की दो बार परीक्षा देने के बाद तीसरी बार भी कम नंबर आने से दुखी विवाहिता ने फंदे से लटक जान दे दी। आधी रात बाद बेटे के रोने की आवाज सुन उठे पति ने पत्नी को पंखे से साड़ी के फंदे से लटका देखा तो चीख पड़ा। मायके पक्ष के लोगों के पहुंचने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने कागजी कार्रवाई की। मायके पक्ष ने किसी तरह का कोई आरोप नहीं लगाया।
रिसौरा ग्राम पंचायत के मजरा पड़ादेव गांव निवासी पिंटू उर्फ मिही लाल कुशवाहा की 22 वर्षीय पत्नी सीता शुक्रवार की शाम परिवार के सभी सदस्यों को खाना पीना खिलाकर अपने कमरे में सोने चली गई। करीब डेढ़ घंटे बाद पति घर पर पहुंचा और खाना खाकर उसी कमरे में सो गया।
पति के मुताबिक रात की 12 बजे ढाई वर्षीय पुत्र सत्यम रोने लगा, तभी मेरी नींद खुल गई। देखा पत्नी फंदे से लटकी है। शोर सुन दूसरे कमरों में सो रहे स्वजन पहुंचे और चीख-पुकार मच गई। मृतका के बड़ोखर खुर्द निवासी पिता मनसुख कुशवाहा को सूचना दी गई। शनिवार सुबह मायके पक्ष के माता-पिता सहित कई लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। बाद में पुलिस ने कागजी कार्रवाई की।
मृतका के पिता मनसुख ने बताया कि पुत्री की शादी मई 2019 में हुई थी। बेटी को पढ़ने का बहुत शौक था। मैंने अपनी आर्थिक स्थिति को देखते हुए 12वीं तक ही पढ़ाया था। इसके बाद उसके ससुराल वाले ही पढ़ाई लिखाई करा रहे थे। दामाद की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी तो मैंने एक वर्ष पूर्व व्यवसाय करने के लिए ई-रिक्शा भी खरीदा था। वह मेहनत करते गुजर बसर करता था।
मां से की थी बात
शुक्रवार की शाम करीब छह बजे बेटी का फोन घर में आया था, जिस पर उसकी मां से वार्तालाप हुई थी। वह खुशी होकर वार्तालाप कर रही थी किसी प्रकार की कोई बात नहीं थी।
करती थी नौकरी की बात
ससुर छेदीलाल कुशवाहा ने बताया कि चार पुत्रों में सबसे बड़ा पिंटू उर्फ मिही लाल है। पूरे घर का बोझ उसी पर है। बहू सीता हमेशा नौकरी करने की बात कहती थी, इसलिए घर का कोई काम नहीं करती थी और ना ही उसे काम करने को कहा जाता था। वह तैयारी करती थी। इस बार तीसरी दफा परीक्षा दी थी।
15 फरवरी को रिजल्ट आया, जिसमें उसको 52 परसेंट मिले हैं। बता रही थी कि चयन 60 प्रतिशत में होना था| इसी बात को लेकर परेशान थी। उसके बाद से उदास रहती थी। मृतका के पिता मनसुख ने बताया कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मैं कुछ तय कर पाऊंगा किसी को गलत फंसाना मेरी मंशा नहीं है।