कानपुर, पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क ।
जनपद कानपुर देहात में गजनेर के दोहरे हत्याकांड मामले में एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने देर शाम गजनेर थाने के निरीक्षक समेत आठ पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आने पर यह कार्रवाई की गई है। एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि शाहजहांपुर निनायां में दो पक्षों में विवाद की जानकारी होने के बाद भी गनजेर पुलिस द्वारा लापरवाही बरती गई।

इधर घटना वाले दिन विवाद की सूचना पर पीआरवी मौके पर गई। इसके बाद भी विवाद कर रहे लोगों पर कार्रवाई नहीं कई गई। इस पर थाने के प्रभारी निरीक्षक संजेश कुमार, पामा चौकी प्रभारी कौशल कुमार, यूपी 112 के उप निरीक्षक विशुन लाल, मुख्य आरक्षी कमल सोनकर, अमर सिंह, रवींद्र सिंह, नरेश प्रजापति, ब्रजेंद्र पाल को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही विभागीय जांच बैठाई है।

थाने से लेकर तहसील के अधिकारियों की भूमिका पर होगी जांच
शाहजहांपुर निनायां में जमीन विवाद को लेकर हुई दो भाइयों की हत्या में जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही पर जांच होगी। वहीं मामले में डीएम ने लेखपाल को निलंबित कर दिया है। साथ ही कानूनगो के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश एडीएम प्रशासन को दिए हैं। जिलाधिकारी आलोक कुमार सिंह ने बताया कि उनके पास 30 सितंबर को शिकायत आई थी। इस पर जांच के लिए तहसीलदार व थाना प्रभारी को निर्देश दिए गए थे।

जिलाधिकारी ने लेखपाल को किया निलंबित
पूरे प्रकरण में बरती गई लापरवाही की जांच एडीएम प्रशासन को दी है। गांव के लेखपाल सचिन कुमार द्वारा विवाद की रिपोर्ट न देने पर निलंबित किया गया है। कानून गो के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है। पूरे मामले में जो भी लोग दोषी होंगे उनके खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाएगी। इधर एडीजी आलोक कुमार सिंह ने पामा चौकी से लेकर गजनेर थाने की भूमिका को लेकर एसपी को पूरे मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

मौके पर जाकर जांच करने के निर्देश दिए थे।
एडीजी ने बताया कि प्रथमदृष्टया थाना पुलिस की लापरवाही सामने आई है। पीआरवी के जाने के बाद विवाद करने वालों को पकड़ कर पाबंद नहीं किया गया। पामा चौकी व थाने में शिकायत हुई, इसके बाद भी कार्रवाई नहीं की गई। जबकि जिलाधिकारी ने शिकायत मिलने पर थाना प्रभारी व तहसीलदार को मौके पर जाकर जांच करने के निर्देश दिए थे।

मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी नहीं हुआ अमल
देवरिया हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़े शब्दों में अफसरों को चेताया था कि भूमि विवाद के मामले में लापरवाही बरती गई, तो जिम्मेदार अफसरों पर कड़ी कार्रवाई होगी। इसके बाद शाहजहांपुर निनायां में पिछले 15 दिनों से रामवीर व मोहन लाल शुक्ला के बीच जमीन को लेकर विवाद चलता रहा। दोनों पक्ष अपना अपना तर्क देकर पुलिस व प्रशासन को शिकायत करते रहे। मगर किसी जिम्मेदार ने गंभीरता नहीं बरती। अब पुलिस और प्रशासन जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
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