गुजैनी गांव के पास मयापुरम बस्ती के युवक ने प्रेमिका के कहने पर उसके पति को घर बुलाकर पहले शराब पिलाई। फिर चाकू से गोदकर हत्या कर दी। अपने कमरे में ही शव दफनाने के लिए हत्यारोपित किराए पर हैमर मशीन भी लेकर आया और गड्ढा खोदा, लेकिन किराएदार की बेटी के बार-बार कमरे के बाहर आने के चलते दफनाने की योजना बदल दी। शव को बोरे में भरकर सड़क पार राम गंगा निचली नहर में फेंक दिया। यही नहीं, दिवंगत की पत्नी ने रावतपुर थाने में चार दिन बाद गुमशुदगी भी दर्ज कराई। दो दिन पहले पिता ने आशंका जताते हुए बहू और उसके प्रेमी के खिलाफ तहरीर दी, जिसके बाद घटना का राजफाश हो गया। पुलिस ने दोनों आरोपितों को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन शव अब तक नहीं मिला है।
मूल रूप से फर्रुखाबाद के नगला निवासी तुलाराम यादव का 38 वर्षीय बेटा पत्नी सुमन और दो बच्चों के साथ रावतपुर क्षेत्र के एक किराए के मकान में रहता था। वह दादा नगर पॉलीथीन बनाने की फैक्ट्री में काम करता था। वहीं सुमन भी गड़रियनपुरवा स्थित फैक्ट्री में काम करती है। तुलाराम के अनुसार, कई दिनों से उसकी संजय से बात न होने पर जब सुमन को कॉल किया तो पता चला कि वह 24 सितंबर से लापता है। घरेलू झगड़ा समझकर उन्होंने सोचा कहीं गया होगा आ जाएगा, लेकिन मंगलवार को फिर सुमन को फोन किया तो उसने बताया कि संजय लापता है। 30 सितंबर को उसने रावतपुर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई है।
सुमन और राजेश के बीच चल रहा था प्रेम-प्रसंग
दोनों से पूछताछ में सामने आया कि 3 साल पहले दोनों एक ही फैक्ट्री में काम करते थे, जहां उनके बीच प्रेम-प्रसंग हो गया था। तब से कई बार दोनों एक दूसरे के घर पर जाकर मुलाकात करते थे। राजेश की संजय से भी दोस्ती हो गई थी। 26 सितंबर को राजेश ने संजय को शराब लेकर अपने घर बुलाया। 26 सितंबर की सुबह करीब 10 बजे संजय उसके घर पहुंचा, जहां संजय ने उसे ज्यादा शराब पिलाई।
राजेश ने पूछा- मारना है या छोड़ना है…
वह होश में न होने पर सुमन को फोन कर बताया कि वह नशे में हो गया है क्या करना है छोड़ना है या मारना है। सुमन से हत्या की हरी झंडी मिलने पर राजेश ने चाकू से गर्दन रेती फिर कई बार वार कर हत्या कर दी। इसके बाद किराए पर हैमर मशीन लाकर कमरे में ही खोदाई कर दफनाने का तैयारी करने लगा, लेकिन समस्या होने पर आधा गड्ढा खोदने के बाद उसने शव को बोरे में भरकर सामने ही निकली रामगंगा निचली नहर में फेंक दिया। उसके कपड़े घर के पास ही गड्ढा खोदकर गाड़ दिए थे।