करीम के प्यार में दिलरुबा ने छोड़ा अपना वतन फिर मिला धोखा, लोग बोले. सबकी किस्मत सीमा हैदर जैसी नहीं……
श्रावस्ती। पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर और नोएडा के सचिन की तरह ही एक और प्रेम कहानी सरहद पार से इंटरनेट मीडिया पर परवान चढ़ी और प्रेम दीवानी अपने तीन बच्चों को लेकर बांग्लादेश से श्रावस्ती आ गई। हालांकि इस प्रेम कहानी की नींव झूठ पर रखी गई थी। इसलिए मुलाकात के बाद ही कहानी का अंत हो गया। जिस प्रेमी पर भरोसा करके एक विधवा महिला अपना वतन छोड़कर पहुंची। वह शादीशुदा निकला। महिला वापस बांग्लादेश के लिए रवाना हो गई।
श्रावस्ती निवासी अब्दुल करीम बहरीन खाड़ी देश के होटल में कारीगर था। वहां काम करने के दौरान ही इंटरनेट मीडिया पर उसकी दोस्ती बांग्लादेश की चटग्राम निवासी दिलरुबा शर्मी से दोस्ती हुई। धीरे.धीरे दोस्ती प्रेम में बदल गई।
कोलकाता से लखनऊ फिर बहराइच
प्यार परवान चढ़ा तो प्रेमी से मिलने के लिए प्रेमिका ने 20 सितंबर को अपना और तीन बच्चों का टूरिस्ट वीजा बनवाया। 26 सितंबर को विमान से बच्चों के साथ वह कोलकाता आई। उसी दिन कोलकाता से अमौसी हवाई अड्डा, लखनऊ पहुंची। इसी समय अब्दुल करीम भी बहरीन से लखनऊ पहुंचा। बच्चों के साथ दोनों बस से बहराइच आए।
होटल में दो दिन गुजारे साथ
27 और 28 सितंबर को बहराइच शहर में एक होटल में रुके। 29 सितंबर को भरथा रोशनगढ़ गांव पहुंचे। घर पहुंचने पर प्रेमी अब्दुल करीम की पहली पत्नी ने हंगामा शुरू कर दिया। आसपास के लोगों ने एसएसबी व पुलिस को सूचना दे दी।
करीम ने खुद को अविवाहित बताया था
जांच के दौरान बांग्लादेशी महिला के सारे दस्तावेज वैध मिले। महिला ने पुलिस को बताया कि अब्दुल करीम ने खुद को अविवाहित बताया था। यहां पहुंचने के बाद पता चला कि वह पहले से विवाहित हैए ऐसे में वह यहां नहीं रहना चाहती।
प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार ने बताया महिला वापस जाना चाहती थी। उसे सुरक्षा मुहैया कराते हुए ट्रैवल एजेंसी लखनऊ के पास भेज दिया गया है।
ब्यूटीशियन है महिला
बांग्लादेश में 32 वर्षीय दिलरुबा शर्मी ब्यूटी पार्लर चलाती है। 2020 में कोरोना काल में पति की मौत होने के बाद वर्ष 2021 में वह इंटरनेट मीडिया से 27 वर्षीय अब्दुल करीम के संपर्क में आई। बातचीत शुरू हुई तो दोनों में नजदीकियां बढ़ने लगीं। प्रेमिका से मिलने के लिए करीम बहरीन से सीधे लखनऊ पहुंचा। 26 सितंबर को दोनों की पहली बार मुलाकात हुई।