Monday, April 29, 2024
उत्तर-प्रदेशलखनऊ

पुलिस कर्मचारी से विदेश भेजने के नाम पर 5 लाख रुपये की ठगी, बेटी को मिलने जाना था लंदन, ऐसे लगा चूना……

 

पिपली, कुरुक्षेत्र। सदर थाना पुलिस ने मुख्य सिपाही के साथ पांच लाख रुपये की ठगी करने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता व उसकी पत्नी ने अपनी बेटी से मिलने के लिए लंदन जाना था। आरोपित ने शिकायतकर्ता का 10 साल का यूके का बैन करा दिया और पांच लाख रुपये ठग लिए।

पिपली की भगवान नगर कालोनी निवासी अश्वनी कुमार ने सदर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि वह जिला पुलिस में मुख्य सिपाही के पद पर तैनात है। उसकी बेटी लंदन की यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रही है। वह लंदन में पिछले एक साल से रह रही है। वह और उसकी पत्नी अपनी बेटी से मिलने के लिए विजिटर वीजा लगाकर उसके पास जाना चाहते थे। उनकी मुलाकात सेक्टर पांच निवासी पुनीत के साथ हुई। पुनीत ने अपने घर में भी विदेश भेजने का दफ्तर बनाया हुआ है।\

अश्वनी से आरोपित ने कहा. कई लोगों को भेजा है विदेश
अश्वनी कुमार ने बताया जब वह पुनीत कुमार के घर पर गया तो वहां पर पुनीत कुमार, उसका भाई राहुल व पिता पुरुषोत्तम व तीन लड़के राहुल, केडी व साहिल मौजूद थे। ये तीनों लड़के लैपटाप पर काम कर रहे थे। आरोपित पुनीत ने उसे कहा कि वह किसी भी बात की चिंता मत करे, उन्होंने कई लोगों को विदेश भेजा है। वह उसे व उसकी पत्नी को विदेश सही तरीके से भिजवा देगा। आरोपित ने सात लाख रुपये की मांग की। पांच लाख रुपये पहले और दो लाख रुपये वीजा आने पर देने थे।

आरोपित पुनीत ने उसे कहा कि जब वह कहे उसके बाद छुट्टी के लिए आवेदन करें, तभी एनओसी के लिए भी अप्लाई कर दूंगा। शिकायतकर्ता ने आरोपित पुनीत से कहा था कि वह जो भी काम करे वह लीगल तरीके से करे। कोई भी गलत काम मत कराना। पुनीत ने धोखाधड़ी की नीयत से कहा कि वह चिंता मत करे। वह लीगल तरीके से काम करेगा। वह पांच लाख रुपये जमा करवा दे। उनकी फाइल तैयार करता है। उन्हें बुला कर एंबेसी की फीस कटवा देगा।

तीन जून तक नहीं दिया कागज, करता रहा टालमटोल

25 मई को पुनीत ने उन्हें अपने घर पर बुलाया। 9ः30 बजे उनके क्रेडिट कार्ड से हम दोनों पति.पत्नी की एंबेसी फीस कटवा दी। जिससे उनकी एंबेसी विजिट की तारीख पांच जून को सेव हो गई। पुनीत ने कहा कि एक हफ्ते में पूरे पेपर फाइल के साथ सुपुर्द कर देगा। लेकिन तीन जून तक उसने कोई कागज नहीं दिया व टालमटोल करता रहा। जब उन्होंने पेपर मांगे तो उसने बोला कि तारीख से 24 घंटे पहले वह सारे कागज सुपुर्द कर देगा। लेकिन उसने चार जून तक भी उन्हें फाइल व कागज नहीं दिए। वे बहुत टेंशन में आ गए और जब आरोपित से दोबारा बात की तो उसने कहा कि उसका एक लड़का पहले चंडीगढ़ गया हुआ है। वह उन्हें एंबेसी के बाहर फाइल दे देगा।

एंबेसी से आया मेल, दंग रह गया पीड़ित

पांच जून को वह लड़का उन्हें एंबेसी के बाहर मिला और उसने दोनों को फाइल दी। जो समय कम होने के कारण दोनों पेपर लेकर एंबेसी में एंट्री कर गए और सारा प्रोसेस फालो किया। 21 जून को उन्हें मेल पर एंबेसी से मैसेज आया कि दोनों पति.पत्नी का विजिटर वीजा का रिफ्यूजल और 10 साल का बैन आ गया है। इसमें कारण बताया गया कि उन्होंने फर्जी दस्तावेज इस्तेमाल किए हैं। जब उन्होंने मेल पढ़ी तो वे दंग रह गए कि हमारे दस्तावेज में छेड़छाड़ की गई है और नकली दस्तावेज पुनीत कुमार द्वारा बनाए गए।

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