चुनाव प्रचार में सपा.भाजपा ने झोंकी ताकत, कल अखिलेश यादव तो दो सितंबर को सीएम योगी भरेंगे हुंकार…..
यूपी के मऊ जिले की घोसी विधानसभा उपचुनाव में जैसे.जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, चुनावी सरगर्मियां बढ़ रहीं हैं। सपा और भाजपा ने चुनाव प्रचार में ताकत झोंक दी है। समाजवादी पार्टी के मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मंगलवार को घोसी में जनसभा करेंगे। सपा मुखिया के आगमन को देखते हुए पार्टी के नेता तैयारी में लगे हैं। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो सितंबर को घोसी चीनी मिल के पास स्थित मैदान में जनसभा करेंगे। इसकी तैयारियों में भाजपा नेता जुटे हैं।
घोसी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में जीत के लिए भाजपा ने जोर लगाया है। रविवार को ही डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत की मंत्रियों ने जनसभा की थी। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी सोमवार और मंगलवार को मऊ में डेरा डालेंगे। वह घोसी क्षेत्र के प्रबुद्धजनों से संवाद करेंगे। अलग.अलग कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे।
सपा कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे अखिलेश यादव
अखिलेश यादव मंगलवार को घोसी में जनसभा करेंगे। सपा लगातार कह रही है कि उनके समर्थक मतदाताओं को पुलिस.प्रशासन की मदद से बूथ तक आने से रोका जाता है। इसलिए अखिलेश घोसी की धरती से आह्वान करेंगे कि बिना डरे मतदान करें। अगर कहीं कोई रोके तो तत्काल सूचना दें, ताकि इंडिया के नेता हर फोरम पर इस मुद्दे को तत्काल उठा सकें। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कार्यकर्ताओं में भी जोश भरेंगे कि यह सिर्फ एक सीट का उप चुनाव नहीं है। बल्कि इसका संदेश लोकसभा चुनाव के लिहाज से भी दूर तक जाएगा।
सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 29 अगस्त को चुनाव प्रचार के लिए घोसी आएंगे। यह चुनाव सपा के साथ.साथ विपक्षी समावेशी गठबंधन इंडिया के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन चुका है। यही वजह है कि पिछले कई दिनों से सपा के प्रमुख महासचिव प्रोण् रामगोपाल और महासचिव शिवपाल सिंह यादव समेत सभी प्रमुख दिग्गज नेता वहां डेरा जमाए हुए हैं।
सपा के प्रत्याशी सुधाकर सिंह को कांग्रेस, रालोद और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का भी समर्थन मिल चुका है। ये सभी इंडिया के घटक दल हैं और उन्होंने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने के लिए सपा प्रत्याशी को जिताने का आह्वान किया है। अगर चुनाव में जनता का फैसला सपा के पक्ष में रहा तो इंडिया ने इसे बड़े पैमाने पर प्रचारित करने का फैसला भी किया हैए ताकि पूरे देश को यह संदेश दिया जा सके कि यूपी में इंडिया के प्रयोग को जनता ने पसंद किया है।