जंगल से सटे खेत में काम कर रहे किसानों पर भालुओं के झुंड ने किया हमला, एक की हालत गंभीर……
पश्चिम चंपारण। बिहार के पश्चिम चंपारण में वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगली जानवर अब वनक्षेत्र से बाहर निकलकर रिहायशी इलाकों में प्रवेश करने लगे हैं। पिछले कुछ महीनों में जंगली जानवरों के रिहायशी इलाकों में घुसकर किसानों और मवेशियों को निशाना बनाने के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है।
सोमवार को वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल. 2 के गनौली वन क्षेत्र से सटे गोराड़ गांव के दो किसानों पर पांच भालुओं के झुंड ने हमला दिया। हमले के वक्त किसान अपने खेत में काम कर रहे थे।
एक की हालत गंभीर
भालुओं के इस हमले में एक किसान श्रवण चौधरी की हालत गंभीर हैए जिनका एक निजी नर्सिंग होम में इलाज चल रहा है। वहींए एक अन्य किसान प्रेम नारायण चौधरी हमलावर भालू से श्रवण चौधरी को बचाने के दौरान जख्मी हो गए। हालांकि राहत की बात यह कि वे अब खतरे से बाहर हैं।
गोनौली की मुखिया ने की किसानों पर हमले की पुष्टि
भालुओं के इस हमले की पुष्टि करते हुए चंपापुर गोनौली पंचायत की मुखिया प्रियंका देवी ने बताया कि भालूओं के इस हमले में किसान श्रवण चौधरी को गंभीर चोटें आई हैं। श्रवण चौधरी का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
क्या बोले वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के स्थानीय रेंजर
मुखिया ने बताया कि घटना की जानकारी गोनौली रेंजर प्रवीण कुमार गुप्ता को दी गई है। इस घटना के बाबत रेंजर प्रवीण गुप्ता ने बताया कि हमें भालुओं के एक झुंड द्वारा गोनौली के दो किसानों पर हमले की सूचना मिली है। पीड़ित परिवार के तरफ से आवेदन मिलने पर मुआवजे के लिए वरीय अधिकारियों के पास सूचना दी जाएगी।