Friday, May 3, 2024
उत्तर-प्रदेशलखनऊ

मंगेतर को भेजे थे अश्लील वीडियो, इसलिए शादी टूटी तो बैंककर्मी ने लगा ली फांसी, मोबाइल से खुला राज……

लखनऊ के सरोजनीनगर में महिला बैंककर्मी के सुसाइड करने के राज का पुलिस ने खुलासा कर दिया। युवती के पूर्व सहकर्मी को गिरफ्तार कर जेल भेजा। पुलिस का दावा है कि युवती की शादी तय होने से आरोपी खुन्नस रखे था। उसने अश्लील फोटो और वीडियो उसके मंगेतर को भेजकर उसकी शादी तुड़वाई। खुद से शादी करने का दबाव बना रहा था। इसी से त्रस्त होकर युवती ने फांसी लगा ली थी। इसके पुख्ता साक्ष्य हैं।

मूलरूप से हमीरपुर निवासी 26 वर्षीय युवती सरोजनीनगर में स्थित एक निजी बैंक में काम करती थी। जिस बिल्डिंग में बैंक था उसी की पहली मंजिल पर वह किराये पर रहती थी। शनिवार रात युवती ने कमरे में ही फांसी लगा ली थी। मृतका के भाई की तहरीर पर बैंक के एरिया मैनेजर समेत दस पर हत्या में नामजद मुकदमा दर्ज किया था।

एडीसीपी साउथ शशांक सिंह ने बताया कि जांच में सामने आया कि जब युवती की पोस्टिंग उन्नाव की शाखा में थी, तब लखीमपुर खीरी निवासी पवन अवस्थी नाम के सहकर्मी से उसका परिचित हुआ था। दोनों के बीच दोस्ती थी। वर्तमान में युवती की शादी तय हो गई थी। इधर पवन लगातार उस पर शादी न करने का दबाव बना रहा था। जब वह नहीं मानी तो उसने युवती की अश्लील फोटो व वीडियो उसके मंगेतर को भेज दिए, जिससे उसका रिश्ता टूट गया। आजिज आकर उसने खुदकुशी कर ली। आरोपी पवन को पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से वह जेल भेजा गया।

कई महीने से कर रहा था ब्लैकमेल

पुलिस के मुताबिक दो.तीन महीने पहले ही युवती के शादी की बातचीत शुरू हुई थी। इसकी जानकारी पवन को हो गई थी। इधर युवती ने भी उससे बातचीत कम कर दी थी, लेकिन पवन बातचीत करने का दबाव बना रहा था। ब्लैकमेल कर रहा था कि शादी के लिए मना कर दे, वरना उसके फोटो और वीडियो उसके मंगेतर को भेज देगा। तमाम गुजारिश करने के बाद भी वह नहीं माना और पांच अगस्त को वीडियो फोटो भेज दिए। जब उसने ये बात युवती को बताई तो उसने खुदकुशी कर ली।

मोबाइल से खुला राज

पुलिस से मृतका का मोबाइल कब्जे में लिया था। उसकी कॉल डिटेल भी निकाली, जिसमें पवन का नंबर मिला। व्हाट्सएप खंगाला तो पवन से अहम चैट मिली, जिसमें पूरे मामले के बारे में लिखा हुआ था। ब्लैकमेलिंग के इस साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने पवन को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने हत्या 302 का केस आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा 306 में बदल दिया है। नामजद आरोपियों की भूमिका नहीं मिलीए इसलिए उनके नाम बाहर कर दिए हैं।

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