निर्मला सीतारमण के सामने भिड़े सांसद गौतम गंभीर और विधायक ओपी शर्मा, धक्का, मुक्की तक पहुंची नौबत…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
पूर्वी दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर और विश्वास नगर के विधायक ओपी शर्मा के बीच चल रही तकरार बुधवार को खुलकर सामने आ गई। दोनों केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सामने भिड़ गए। दोनों की तरफ से एक.दूसरे को देख लेने तक की धमकी दी गई।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दोनों को समझाया, जिसके बाद कुछ देर तक शांति रही। लेकिन केंद्रीय मंत्री के वहां से निकलते ही दोनों फिर से आमने.सामने हो गए। बात धक्का.मुक्की तक पहुंच गई। इसे लेकर कार्यकर्ता प्रदेश से अनुशासन तोड़ने वाले नेताओं पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यह मामला पार्टी आला कमान तक पहुंच गया है।
पदाधिकारियों के साथ निर्मला सीतरमण कर रही थीं बैठक
ईस्ट आजाद नगर के एक बैंक्वेट हाल में भाजपा के सर्वसमाज सम्मेलन में केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण आई थीं। कार्यक्रम खत्म होने के बाद वह बैंक्वेट हाल के ऊपर कक्ष में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने चली गईं। वहां पर सांसद गौतम गंभीर भी थे। इतने में विश्वास नगर विधायक ओपी शर्मा गांधी नगर के चार व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों को लेकर केंद्रीय मंत्री से मिलवाने के लिए ऊपर जाने लगे।
आरोप है कि सीढ़ियों पर चढते वक्त सांसद के पीए गौरव अरोड़ा ने उनको रोका। इस पर विधायक ने एतराज जताया तो दोनों के बीच तकरार होने लगी। जोर.जोर से चिल्लाने की आवाजें आने लगी। यह सुनकर सांसद गौतम गंभीर व अन्य लोग बाहर आ गए।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने किया हस्तक्षेप
विवाद तब बढ़ गया जब सांसद और विधायक के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। इसपर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने हस्तक्षेप कर दोनों को समझाया। कुछ देर मामला शांत रहा। इसके बाद व्यापारियों की केंद्रीय मंत्री से जीएसटी को लेकर वार्ता हुई। लेकिन जब केंद्रीय मंत्री वहां से चली गईं। सांसद और विधायक के बीच तीखी तकरार हुई।
एक.दूसरे को देख लेने की धमकी देने से लेकर कई कड़वी बातें दोनों ने कहीं। उनके बीच धक्का.मुक्की होने पर लोगों ने भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों के साथ मिलकर स्थिति को संभाला। विधायक ओपी शर्मा ने स्वीकारा की विवाद हुआ है। लेकिन सांसद ने विवाद होने की बात से इन्कार किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा से फोन पर बात की गई तो वह बैठक में होने की बात करके इस मामले पर बोलने से किनारा करते दिखे।