ठेके पर झोलाछाप डॉक्टर कर रहे ऑपरेशन, बच्चे की हुई मौत, सीएमओ ने क्लीनिक किया सील……
बिलसंडा। अवैध रूप से संचालित हो रहे एक झोलाछाप के क्लीनिक को मुख्य चिकित्साधिकारी के आदेश पर सील कर दिया गया। इस कार्रवाई से झोलाछाप में खलबली मच गई। अवैध रूप से क्लीनिक चलाने वाले कई लोग अपनी दुकानें बंद करके भाग गए।
गलत ऑपरेशन किया, शिशु की हुई थी मौत
क्षेत्र के गांव बमरौली निवासी कृष्णा अर्जित ने सीएमओ से शिकायत की थी कि गांव निवासी आशा कार्यकर्ता सुमन के कहने पर उन्होंने अपनी पत्नी को साईं अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां पर अस्पताल के डाक्टर नीरज कुमार के बुलाने पर झोलाछाप शाहजहांपुर जिले के पुवायां थाना क्षेत्र के गांव हदीरा निवासी अवनीश कुमार व तौहीद खान ने पत्नी का आपरेशन कर दिया था। गलत आपरेशन की वजह से शिशु की मृत्यु हो गई।
पत्नी का बरेली के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। शिकायत का संज्ञान लेते हुए सीएमओ डा. आलोक कुमार ने उप जिलाधिकारी से संबंधित अस्पताल के विरुद्ध कार्रवाई के लिए कहा। इस पर उप जिलाधिकारी आशुतोष गुप्ता ने नायब तहसीलदार को जांच के लिए भेजा। शुक्रवार को नायब तहसीलदार अवधेश कुमार, सीएचसी के अधीक्षक डा. मनीष कुमार व दारोगा रोहताश कुमार की संयुक्त टीम ने साईं अस्पताल में छापा मारा।
बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे अस्पताल
इस दौरान वहां पर कोई भी डाक्टर नहीं मिला। उपस्थित स्टाफ से अस्पताल के पंजीकरण से संबंधित अभिलेख मांगे गए लेकिन कोई कागजात नहीं मिले। मौके पर जगन्नाथपुर की एक महिला ने बताया कि वह 25 अप्रैल को प्रसव के लिए आई थी। जिसमें बड़ा आपरेशन कर दिया गया।
प्रसव होने के उपरांत जब अपने बच्चे के बारे में पूछा तो वहां पर मौजूद स्टाफ नर्सों ने बताया कि आपके बच्चे की तबीयत ठीक नहीं थीं। इसलिए उसको बाहर भेजा गया। महिला ने बताया उसका बच्चा उसी दिन मर गया था। यह बात छिपाई गई। उससे 22 हजार रुपये पहले ही जमा करा लिए थे। पंजीकरण से संबंधित कोई कागजात नहीं मिलने पर अधिकारियों ने अस्पताल को सील कर दिया।