शाइस्ता, जैनब और आफशां के नेटवर्क में उलझी पुलिस, जैसे ही पहुंचते हैं वैसे ही…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
उत्तर प्रदेश में माफिया की पत्नियों को पड़कने में पुलिस नाकाम है। माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और मुख्तार अंसारी की पत्नी अफ्शां अंसारी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। दोनों पर पुलिस ने 50.50 हजार रुपये का इनाम रखा हुआ है। पुलिस की टीमें दोनों को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही हैं। लेकिन सफलता नहीं मिल रही है।
प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या हुई थी। 25 फरवरी को उमेश की पत्नी ने अतीक, अशरफ, शाइस्ता, अतीक के बेटे, गुड्डू मुस्लिम, उस्मान समेत अतीक के कई अज्ञात गुर्गों और सहयोगियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने आरोपियों पर इनाम भी घोषित किया था। शाइस्ता पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया है।
अतीक और अशरफ की हत्या के बाद पुलिस फरार शाइस्ता की तलाश में जुटी है। शाइस्ता पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी है। शाइस्ता किसी सुरक्षित ठिकाने पर छिपी है। शाइस्ता बेटे के एनकाउंटर के बाद और अपने शौहर और देवर की हत्या के बाद चेहरा तक देखने के लिए नहीं आईं।
वहीं अशरफ की पत्नी जैनब भी फरार है। जैनब भी अपने शौहर के जनाजे में शामिल नहीं हुई थी। जैनब भी अपने शौहर का आखिरी बार चेहरा देखने नहीं पहुंची थी। दरअसल उमेश पाल की हत्या के दौरान जैनब अपने घर पर थी। पुलिस जैनब को पकड़कर लाई और पूछताछ के बाद शांति भंग में चालान कर दिया था। हालांकि बाद में पुलिस ने जैनब को भी वांछित कर दिया।
माफिया मुख्तार अंसारी की पत्नी आफ्शा फरार
अतीक अहमद और अशरफ की पुलिस हिरासत में हत्या हो गई है। दोनों की पत्नियां भी फरार हैं। इनके अलावा माफिया मुख्तार अंसारी की पत्नी आफ्शा भी फरार है। मुख्तार की पत्नी अफ्शां भी अपने शौहर के गुनाहों की राजदार है और पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस ने अफ्शां पर पहले 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। लेकिन अब उसे बढ़ाकर 50 हजार कर दिया है।
अफ्शां के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी
दरअसल, मुख्तार अंसारी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया था, जांच में सामने आया कि मुख्तार अंसारी की कंपनी में उसकी पत्नी आफ्शां का शेयर सबसे अधिक है। इस पर ईडी ने पूछताछ के लिए आफ्शां को नोटिस भेजा। लेकिन आफ्शां नहीं पहुंची। इसके बाद ईडी ने आफ्शां के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया। लगातार दबिश और कुर्की के बाद भी आफ्शां पकड़ी नहीं गई। इस पर पुलिस ने आफ्शां और उसके करीबी जाकिर हुसैन पर इनामी राशि बढ़ा दी। दोनों पर सदर कोतवाली में केस दर्ज है। दोनों के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया है।
ईनाम राशि बढ़ाई गई
गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक की तरफ से बीते पांच मार्च को आफ्शां अंसारी पर 25 हजार पुरस्कार की घोषणा की गई थी। 13 अप्रैल को वाराणसी जोन के अपर पुलिस महानिदेशक ने इसे बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया। गाजीपुर में आफ्शां के अलावा कई और बदमाशों पर घोषित इनाम को बढ़ाया गया है। कुख्यात और शातिर बदमाशों पर 25 हजार से लेकर 50 हजार रुपये तक इनाम घोषित किया गया है।
आफ्शां अंसारी पर कई आपराधिक मामलों में मुकदमा दर्ज है। उनमें से गजल होटल लैंड डील के अलावा नंदगंज में सरकारी जमीन को कब्जा करने का मामला भी शामिल है। मुकदमा दर्ज होने के बाद से आफ्शां फरार है।