पहले मीट खाया फिर शराब पी, इसके बाद भाईयों ने ही काट दिया भाई का गला, बस इतनी सी थी वजह…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। पावरलूम मैकेनिक सुनील कुमार मौर्या की गला रेतकर हत्या उसके सगे भाइयों ने ही की थी। इसके पहले उसके साथ मीट खाया था और शराब पी थी। सीसीटीवी फुटेज व सर्विलांस के माध्यम से मुनील मौर्या व अनिल मौर्या को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर कत्ल में इस्तेमाल चाकू व मृतक का मोबाइल बरामद किया है।
डीसीपी वरुणा जोन आरती सिंह ने बताया कि सोमवार की सुबह रोहनिया थाना क्षेत्र के खुलासपुर में नहर के पास सुनील की लाश मिली थी। गले को धारदार हथियार से रेतकर उसकी जान ली गई थी। मामले की जांच के दौरान रोहनिया थाना प्रभारी को जानकारी मिली कि बीते रविवार को सुनील को उसके भाई मुनील मौर्या व अनिल मौर्या अपने साथ लेकर गए थे। पूरे दिन उसके साथ रहे इसके बाद दोनों घर लौट आए लेकिन सुनील नहीं लौटा।
उसकी लाश रोहनिया थाना क्षेत्र के खुलासपुर नहर पुलिया के पास मिली थी। सीसीटीवी फुटेज व सर्विलांस के माध्यम से मुनील व अनिल के हत्या में शामिल होने की जानकारी मिली। रोहनिया व लालपुर पांडेयपुर पुलिस की टीम ने दोनों को खुलासपुर नहर पुलिस के पास ही गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार की। बताया कि सुनील से घर में लगे चार पावरलूम के बंटवारे का विवाद था।
इसलिए दोनों धोखे से उसे रोहनिया लेकर गए। खुलासपुर नजर के पास सूनसान स्थान पर उसे जमीन कर गिरा दिया। अनिल ने उसका हाथ पकड़ लिया और मुनील ने चाकू से गला रेत दिया। लाश को वहीं छोड़कर दोनों घर लौट आए। सीसीटीवी व सर्विलांस ने दिया सुराग सुनील की हत्या की जांच कर रही पुलिस को हत्यारों तक पहुंचाने में सीसीटीवी व सर्विलांस ने अहम भूमिका निभाई।
सुनील घर के आसपास के कैमरों की फुटेज को खंगाला। उसमें रविवार को सुनील, अनिल व मुनील एक साथ घर से बाइक पर निकलते दिखाई दिए। तीनों शिवपुर में मीट की दुकान पर गए और वहां खाने.पीने के बाद शहर के कई और जगहों पर गए। शराब खरीदते हुए भी कैमरे में कैद हुए।
फुटेज में एक दुकान से चाकू खरीदते भी मुनील व अनिल नजर आए। सर्विलांस के तीनों के मोबाइल का लोकेशन भी एक साथ ही बताता रहा। इनका लोकेशन रोहनिया में उस स्थान पर भी मिला जहां सुनील की लाश थी।
इसके बावजूद परिवार ने पुलिस को कुछ खास नहीं बताया। इससे ही पुलिस को घरवालों पर संदेह होने लगा था। सुनील पावरलूम मशीन का अच्छा मैकेनिक था। पूरे लोहता क्षेत्र के पावरलूम संचालक उसके सम्पर्क में रहते थे। सुनील की अच्छी कमाई होती थी। वह काफी सहयोगी व मिलनसार भी था। कई लोगों का काम बिना रुपयों के कर देता था। वह परिवार से अलग रहता था। यह बात भाइयों को अच्छी नहीं लगती थी। मन ही मन उससे खुन्नस खाए रहते थे।