शादीशुदा जिंदगी को खुशहाल बनाने के लिए अपनाएं ये वास्तु टिप्स…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली। वास्तु शास्त्र की उत्पत्ति हमारे वेदों से हुई है, इसका उल्लेख हमारे वेद, पुराण, वास्तु ग्रंथों में किया गया है। यहां तक के रामायण और महाभारत में भी वास्तु के संदर्भ में विशेष वर्णन है। वास्तु का सरल अर्थ होता है। जहां तुम वास करते हो। घर में रहने वाले सभी सदस्यों पर वास्तु का असर पड़ता है। ये जान लेना बहुत जरूरी है कि घर के वास्तु उपाय ये असर सकारात्मक है या नकारात्मक। इसके लिए वास्तु का पूर्ण ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है।
वास्तु के अनुसार भूखंड विशेषण, घर का निर्माण, मुख्य द्वार, कमरे, पानी का स्थान, रसोई घर, भ्रमस्थान बनाना बहुत जरूरी है।
आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ अकल्ट साइंस की वास्तु विशेषज्ञ रम्मन एस खन्ना जी के मुताबिक वास्तु का असर घर की खुशहाली, सुख समृद्धि, पारिवारिक सुख पर सीधा असर पड़ता है।
वास्तु का वैवाहिक जीवन पर भी बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। अपने विवाहिक जीवन को सुखी समृद्धि रखने के लिए ये सरल वास्तु टिप्स का प्रयोग करें और जिंदगी भर की खुशियां पाएं। नवविवाहित दम्पति को घर के उत्तर पश्चिम क्षेत्र के कमरे में रहना चाहिए, इससे जीवन और संबंध में खुशहाली आती है। नवविवाहित दम्पति को पश्चिम की ओर स्थित कमरे में सोना चाहिए। दक्षिण पश्चिम क्षेत्र पृथ्वी तत्व होता है और वो रिश्ते को स्थिरता और संतुलन देता है। शादीशुदा जिंदगी को खुशहाल बनाने के लिए दम्पति के बेडरूम में एक ही बेड हो जिस पर डबल बेड मैट्रेस हो, दो सिंगल मैट्रेस नहीं होने चाहिए, इससे रिश्ते में दरार आ सकती है। पति.पत्नी के आपस के संबंध मधुर हो इसमें दीवार के रंगों का भी बहुत महत्व होता है। जहां तक हो सके अपने कमरे के रंगो को हल्का रखें। ज्यादा गहरे रंग जैसे काला और लाल रिश्तों में परेशानियां ला सकते हैं। मधुर रंग जैसे गुलाबी या लाइट रंगो का प्रयोग करें।
आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ अकल्ट साइंस की वास्तु विशेषज्ञ रम्मन एस खन्ना जी के अनुसार, जहां तक हो सके पति पत्नी को कभी साउथ ईस्ट डायरेक्शन के कमरे में नहीं सोना चाहिए, ये अग्नि का कोना होता है, इससे या तो उनकी सेहत पर असर पड़ सकता है, जैसे ब्लड प्रेशर या एसिडिटी या तो रिश्ते में तकरार आ सकती है। अगर साउथ ईस्ट कमरे में सोने के अलावा और कोई आप्शन ना तो आप कमरे में एक छोटा लाल बल्ब जला ले साउथ ईस्ट डायरेक्शन में।