Sunday, May 5, 2024
उत्तर-प्रदेशचंदौली

चकिया में यहां आयोजित हुआ किसान महापंचायत, पहुंचे पूर्व सांसद…….मछली का ठेका रद्द होने की मांग, पानी पहुंचाने की उठी

किसान महापंचायत में खेतों तक पानी पहुंचाने की उठी मांग

 

 

भोका कट कर सिचाई की गारंटी करें सरकार व सिचाई विभाग

 

बंधीं की भरमार होने के बाद भी पानी के अभाव में नहीं होती हैं किसानों के खेतों की सिचाई- पूर्व सांसद रामकिशुन

 

चकिया, चंदौली

गुरुवार को स्थानीय विकास खंड के शिकारगंज पोखरे पर किसान महापंचायत आयोजित किया गया। सरकार की गलत सिचाई नीति का परिणाम हैं कि बंधीं की भरमार होने के बाद भी चोविसहा / शिकारगंज के किसानों की खेतों में पानी के अभाव में फसलों की सिचाई नहीं होती हैं इसलिए किसान अब किसानों की अनदेखी करने वाली भाजपा सरकार के लिए लडा़ई तेज करेंगा। पोखरे पर किसानों की लगी किसान जनचौपाल में बोलते हुए वक्ताओं ने कहा!

 

किसानों की जन चौपाल में किसान नेताओं ने कहा कि अगर अतरसुघवा में भोका कट कर पानी भोकाबंधी में गिरा दिया जाए तो यहाँ के किसानों की खेती करने के लिए प्रयाप्त पानी मिल जाए! लेकिन इस सवाल पर सरकार व सिचाई विभाग कोई पहल ने ले रहा हैं!वही हर सरकार में जलकुप योजना के तहत टयूबेल लगाने के लिए आता हैं लेकिन तेजतर्रार व जनप्रतिनिधि इस योजना का लाभ अपने क्षेत्र में ले जाते हैं।  और यह इलाका इससे बंचित रह जाता हैं इसलिए किसान इस योजना को भी इस क्षेत्र में लाने की लड़ाई लड़े। वहीं बंधी में मछली का पट्टा निरस्त किया जायेगा।

 

 बंधींओं का मछली का ठेका रद्द होने की मांग उठाते हुए किसान नेताओं ने कहा कि किसानों की खेतों के लिए पानी की जरूरत नहीं होती हैं तब पानी बंधींओं से वहां दिया जाता हैं क्योंकि मछली ठेकेदार को मछली मारना रहता हैं और जब पानी की जरूरत किसानों की रहती हैं तब पानी निकालने नहीं दिया जाता हैं ! भोका बंधीं को बंधा का दर्जा देने की लड़ाई भी किसान लड़ेंगे!

 

पूर्व सांसद रामकिशुन ने कहा कि खासकर भाजपा सरकार किसानों की खेती को चौपट कर किसानों को मजबूर कर रहीं हैं कि आप कारपोरेट घराने को खेतों को सौंप दे! इसी योजना के तहत सरकार ने तीन किसान विरोधी बिल लायी थी जिसकों किसानों ने आंदोलन के बल पर एक हद तक वापस करने पर बाध्य कर दिया। किसानों के बीच किसान नेताओं ने मांग उठाया कि सरकार तत्काल सूखा राहत योजना की घोषणा हो और सभी तरह की बसूली पर रोक लगे।

इस किसान आंदोलन के अनुभवी और हर समय किसानों के सवालों पर चिंतित रहने वाले पूर्व चकिया ब्लॉक प्रमुख बच्चन सिंह, राम आधार जोसेफ, मजदूर किसान मंच के नेता अजय राय, किसान यूनियन के दीनानाथ श्रीवास्तव, विरेंद्र पाल, देशराज सिंह, सत्यप्रकाश पाण्डेय,किसान नेता राम प्रवेश यादव, बब्वन यादव सुरेन्द्र चौहान, महमूद आलम,राजेन्द्र यादव, बाढ़ु यादव, मोछु यादव ने सम्बोधित किया संचालन किसान नेता दशरथ यादव ने किया।

 

सभा में भरत यादव, सुदामा यादव, कमलेश पति कुशवाहा, ई अवधेश यादव, निखिल पटेल, अमर बहादुर चौहान, सरोज यादव, रूपेन्द्र चौहान, अशोक चौहान, अरविंद यादव, अमरजीत यादव, सत्यम् सोनकर सहित सैकड़ों किसान शामिल रहें!

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