वाराणसीः सेना की अग्निपथ योजना के विरोध में 22 बसों और दुकानों में तोडफ़ोड़, आगजनी……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। सेना भर्ती की नई योजना अग्निपथ के विरोध में शुक्रवार की सुबह युवा सड़क पर उतर गए। रोडवेज, चौकाघाट, सिगरा, इंग्लिशिया लाइन, विद्यापीठ रोड, आशापुर, लहरतारा, चौबेपुर समेत विभिन्न क्षेत्रों में नारेबाजी व विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान 22 बसों व दुकानों में तोडफ़ोड़ की गई। कैंट स्टेशन रेलवे ट्रैक पर आग लगा दी। विरोध को देखते हुए प्रशासन ने बसों का संचालन रोक दिया। जो बसें रोडवेज से रवाना हो चुकी थीं। उन्हें गिलट बाजार, लहरतारा, आशापुर में रोक कर सवारी उतार दी गई और बसों को वापस कर दिया गया।
करीब पांच घंटे तक जारी हंगामे के बाद उपद्रवियों को खदेड़ कर पुलिस ने शांति बहाल की। हंगामा व बवाल वाले इलाके कैंट, रोडवेज, चौकाघाट में आरएएफ, आरपीएफ, पीएसी व पुलिस फोर्स तैनात हैं। स्टेशनों को पुलिस ने अपने नियंत्रण में ले लिया है। हालांकि इन पांच घंटों में उपद्रवियों को शांत कराने में पुलिस प्रशासन के पसीने छूट गए। पुलिस व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी सड़क पर उतरकर युवाओं को समझाने में लग गये थे।
ट्रैक पर लगाई आग
भगदड़ के बीच कुछ लड़के कैंट स्टेशन यार्ड में पहुंचे और रेलवे ट्रैक पर आग लगा दी। इसके चलते ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया। मौके पर पुलिस बल पहुंच गई। आरपीएफ ने पानी फेंक कर आग पर काबू पाया। फोर्स ने लड़को को समझाने का प्रयास किया। फिर भी बात नहीं बनी तो मौके से आधा दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया। लेकिन बाद में जीआरपी ने उन्हें छोड़ दिया। इस पर वहां मौजूद एडीसीपी प्रबल प्रताप सिंह जिम्मेदार सिपाहियो पर आग बबूला हो गए। उन्होंने जीआरपी के उच्चाधिकारी से अपनी नाराजगी जताई।