चकिया के इस गांव में मनरेगा में नाबालिक बच्चों से कराया जा रहा है कार्य……उड़ रही है श्रम कानून की…..भाजपा विधायक का नहीं जा रहा……मजदूरों की संख्या में खेल……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
चकिया, चंदौली। स्थानीय विकास खंड अंतर्गत बीकापुर गांव में जोरों पर मनरेगा का कार्य ग्राम प्रधान द्वारा कराया जा रहा है। ब्लाक की माने तो 6 कार्यो के लिए 334 मस्टरोल निकाले गये हैं। जहां मंगलवार की सुबह 9 बजे मीडिया खबर कवरेज करने पहुंची तो देखा कि श्रम कानूनों की धज्जियां उडाते हुए प्रधान, मेठ व रोजगार सेवक चकरोड़ पर खेत से मिट्टी फेकने का कार्य भारत सरकार की महात्वाकांक्षी योजना, महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में स्कूलों में पढ़ने वाले नाबालिक बच्चे फावड़ा, खांची से मिट्टी भरते देखे गये। वहीं जब इसकी जानकारी मौजूद श्रमिकों से लेनी चाही तो उन्होने बताया कि गांव में यही कार्य हो रहा है। जहां दोनों स्थानों पर लगभग 80 से 90 श्रमिक कार्य करते देखे गये।
कानून व शासन की व्यवस्था को माने तो बाल श्रम कराना अपराध की श्रेणी में आता है। इसके बावजूद आंखों पर पट्टी बांध अधिकारियों को गुमराह करते हुए मनरेगा के कार्यो में नाबालिक बच्चों को लगाकर कार्य कराया जा रहा है। सरकार द्वारा समय-सयम पर विभिन्न माध्यमों से लोगों को जागरुक कर रहा है कि बाल मजदूरी न करायें। यह कराना गलत है।
वहीं मनरेगा कार्य में बड़े पैमाने पर घपला होने की भी संभावना तब प्रतीत होती है जब मनरेगा सेल से 334 मश्रिकों का मस्टरोल 6 जून को 6 कार्यो को दिखाकर उपस्थिति भरी गई। वहीं गांव में जब टीम पहुंची तो मात्र दो स्थानों पर ही 80 से 90 श्रमिक कार्य करते देखे गये। बड़ा प्रश्न चिन्ह तब उठता है जब कानूनों को नजर अंदाज करके नाबालिक बच्चों से कार्य कराया जाता हैं।
केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार व सामाजिक संस्था से लेकर अन्य लोग नाबालिक बच्चों को शिक्षा की ओर ले जाने में पूरी तरह दिन रात एक किए हुए हैं। लेकिन स्थानीय विकास खंड के बिकापुर गांव के ग्राम प्रधान द्वारा गांव के ही दो नाबालिक बच्चों के हाथ में कलम, किताब न देकर उन्हें फावड़ा व खांची देकर मनरेगा में कार्य करने को मजबूर किया जा रहा है। ग्राम प्रधान द्वारा इन नाबालिक बच्चों से मनरेगा में कार्य किस मकसद से कराया जा रहा है। जिसका जबाब जिला प्रशासन के पास भी नहीं है। एक तरफ जहां कानून कहता है नाबालिक बच्चों से जबरन कार्य करना कानूनन अपराध है। लेकिन इस कानून का पूरी तरह से अवहेलना बीकापुर ग्राम प्रधान द्वारा किया जा रहा है। यहीं नहीं वर्तमान की प्रदेश सरकार के बीजेपी विधायक कैलाश खरवार भी इसी गांव के है। लेकिन इनका भी ध्यान यहां तक नहीं पहुंच रहा है।
वर्जन
बीकापुर गांव में ग्राम प्रधान द्वारा नाबालिक बच्चों से कार्य कराने का मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराकर उक्त के खिलाफ कार्यवाई की जायेगी। नाबालिक बच्चों से कार्य करना कानूनन अपराध है।
रविन्द्र यादव, बीडीओ/ सहायक निदेशक बचत ,चकिया, चंदौली