30 बीघा गेहूं की फसल में लगी आग, खाक हुईं किसानों की उम्मीदें……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
बाराबंकी। करुवा गांव में दोपहर में अज्ञात कारणों से अचानक खेत में आग लग गई। आग की चपेट में आने से किसानों की करीब 30 बीघा गेहूं की फसल जल गई। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने इसकी सूचना अग्निशमन विभाग को दी। लेकिन दमकल कर्मी के मौके पर न पहुंचने पर ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाया।
घुंघटेर थाना के ग्राम करुवा निवासी रामनरेश के गेहूं के खेत में दोपहर अज्ञात कारणों से आग लग गई। जब तक ग्रामीणों को इसकी जानकारी होती। आग की लपटों ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग को बेकाबू देख ग्रामीणों ने इसकी सूचना अग्निशमन विभाग को दी। घंटों बीत जाने के बाद भी दमकल कर्मी मौके पर नहीं पहुंच सके। तब तक आग की लपटों से रामनरेश की 10 बीघा गेहूं की फसल, चंद्रबली के नौ, बसंत लाल के चार, मिश्री लाल के आठ बीघा गेहूं की फसल जल गई।
समय से दमकल कर्मी के न पहुंचने के कारण ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाया। घटना के बाद मौके पर पहुंचे हल्का लेखपाल ने नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट तहसील प्रशासन को भेजी है। अग्निकांड में कोई हताहत नहीं हुआ है। एसडीएम फतेहपुर सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि पीड़ितों को शासन से हर संभव सहयोग दिलाया जाएगा।
किसानों की टूटी कमरः किसान रामनरेश ने बताया कि बीस बीघा खेती में दस बीघा आलू व दस बीघा गेहूं था। कोल्ड स्टोरेज में जगह न मिलने के कारण भंडारण नहीं हो पाया था। लगातार आलू के दाम गिरने से अब कोई खरीदार भी नहीं बचा है। जितनी जमा पूंजी थी। वह सब आलू में चली गई। गेहूं की फसल से कुछ उम्मीद थी कि इससे ही घर का खर्चा.पानी चलेगा, वह भी आग की भेंट चढ़ गई। ऐसी ही स्थिति अन्य किसानों की भी है। गेहूं की फसल जलने से किसानों पर गमों का पहाड़ टूूट पड़ा है।