अब पुलिस नहीं तीसरा पक्ष सुलझाएगा पति.पत्नी का विवाद, ऐसे काम करेगी पुलिस की यह नई व्यवस्था…….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
गोरखपुर। पति.पत्नी के बीच के विवादों का निस्तारण अब पुलिस नहीं बल्कि विशेषज्ञों के माध्यम से होगा। इसके लिए गोरखपुर पुलिस ने जिले से कुल 11 व्यक्तियों का चयन किया है। इसमें मनोविज्ञान व शिक्षाशास्त्र के प्रोफेसर, मनोवैज्ञानिक सलाहकार, सेवानिवृत्त असिस्टेंट कमांडेंट, एमबीए परास्नातक डिग्री धारक, समाजसेविका आदि को रखा गया है। पुलिस का मानना है कि पुलिस से पति.पत्नी अपनी बातों को आसानी से नहीं कह पाते हैं। जबकि गैर पुलिस कर्मियों के बीच वह अपनी समस्याएं आसानी से बता सकेंगे। गैर पुलिस कर्मी उनसे आसानी से मिक्सअप भी हो जाएंगे। इससे समस्या के निस्तारण आसानी से हो सकेगा।
महिला थाने के एक कमरे में गैर पुलिस कर्मी सुनेंगे समस्याएं
पुलिस द्वारा गठित की गई इस परिवार परामर्श केंद्र की टीम में एक दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के शिक्षाशास्त्र के प्रोफेसर, बीपीआरडी पीजी कालेज के प्राचार्य, गंगोत्री देवी महिला महाविद्यालय के मनोविज्ञान की असिस्टेंट प्रोफेसर, मनोवैज्ञानिक सलाहकार, तुलसीदास कैटलिस्ट मेमोरियल हाईब्रिड स्कूल के प्रधानाचार्य, सेवानिवृत्त असिस्टेंट सीआइएसएफ, एमबीए परास्नातक मनोविज्ञान डिग्री धारक, समाजसेविका, अध्यापिका व सेवानिवृत्त आरक्षी को रखा गया है। इनकी योग्यता व कार्य व्यवहार के विषय में स्थानीय अभिसूचना ने भी अपनी रिपोर्ट दी है।