जब मियां.बीवी राजी फिर क्यों विलेन बने दारोगा जी, एक चौकी प्रभारी का कारनामा…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
कानपुर। पति.पत्नी के बीच विवाद के बावजूद रिश्ते सलामत रहें। इसके लिए पारिवारिक समझौता केंद्र की व्यवस्था की गई। मगर, रेल बाजार में मारपीट व दहेज प्रताडऩा की धाराओं में कायम एक मुकदमे में विवेचक दारोगा पति.पत्नी का रिश्ता तुड़वाने पर तुले हुए हैं। दारोगा ने मुकदमे में अंतिम रिपोर्ट लगाने के लिए खर्चा.पानी की मांग की थी। लेकिन मांग पूरी नहीं हुई तो पति और उसके घरवालों के खिलाफ चार्जशीट लगा दी। खास बात यह है कि विवाद के कुछ दिनों के बाद पति.पत्नी में समझौता हो गया और दोनों एक साथ रहते हैं। पत्नी ने समझौतानामा भी दे दिया था। मगर दारोगा जी हैं कि मान नहीं रहे। हालत यह है कि दो महीने पूर्व जब यह मामला डीसीपी के पास पहुंचा तो उन्होंने भी चार्जशीट निरस्त कर एफआर लगाने का आदेश दिया था। मगर विवेचक टस से मस नहीं हो रहे।