प्रतिमा के साथ गंगा में डूब गई चार परिवारों की खुशियां, गांव में कोहराम…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
नारखी। नवरात्र महोत्सव के नौ दिनों तक बछगांव में उत्साह का माहौल था। सुबह शाम रोज गांव वाले प्रतिमा की आरती कर झूमते गाते थे। शुक्रवार दोपहर मैया को विदा करने बदायूं के कछला घाट पर गए लोगों में से छह डूब गए। दो लोगों को बचा लिया गया। लेकिन चार का पता नहीं चला।
नारखी थाना क्षेत्र के गांव बछगांव में हर बार की तरह इस बार दो जगह दरबार सजाए गए थे। गंगा सिंह के घर के सामने वाली प्रतिमा को सोरों घाट ले जाया गया। जबकि रामनिवास पंडित के घर के बाहर की प्रतिमा का विसर्जन कछला घाट जाना तय हुआ। दोपहर 12 बजे शोभायात्रा के साथ पचास से ज्यादा लोग गए थे। तीसरे पहर तीन बजे प्रतिमा विसर्जित करते समय छह लोग डूब गए। मौके पर मौजूद बछगांव के ग्राम प्रधान गगन कुशवाहा ने बताया कि अंधेरा होने के बाद तलाशी रोक दी गई है।
इकलौते राहुल को साल भर पहले मिली थी नौकरीः प्रतिमा के साथ डूबे 19 साल के राहुल शर्मा के पिता की पिछले साल पिता हो गई थी। इसके बाद सिचाई विभाग में अनुकंपा पर सींचपाल की नौकरी मिली थी। दो बहनों के इकलौते भाई के डूबने की खबर से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मां रोते.रोते बार.बार यही कह रही थी कि बहुत रोका मगर वह नहीं माना। . साहिल के साथ डूबीं परिवार की उम्मीदें
खेती करने वाले श्रीकृष्ण उपाध्याय का 16 साल का इकलौता बेटा साहिल उर्फ भोला तीन बहनों का इकलौता भाई था। परिवार की उम्मीदें भोला से थी। बहनों और मां रेखा का रो.रोकर बुरा हाल है।
नई मानों कुनाल भैय्या, जाने का डूब गओ चार भाई बहनों में बड़ा भाई कुनाल संस्कृत की पढ़ाई कर रहा है। होनहार कुणाल ने पढ़ाई के साथ.साथ पंडिताई का काम भी शुरू कर दिया था। बहन शालू बार.बार यह कहकर बिलख रही थी कि भैय्या नई मानों जाने कां चले गओ। ..बेटे की आंखों के सामने डूब गए दीपक डूबने वालों में चौथे शख्स 45 वर्षीय मिर्च कारोबारी दीपक गुप्ता है। प्रतिमा विसर्जन के लिए वह अपने 15 वर्ष के बेटे अनुज के साथ गए थे। दीपक प्रतिमा लेकर नदी में उतरे और देखते ही देखते डूब गए। ..किस्मत वाले रहे शैलेंद्र और शिवमण्ण्डूबे चार लोगों के साथ 35 साल के शैलेंद्र और 19 वर्षीय शिवम भी थे। अचानक डूबने पर शैलेंद्र को मौजूद लोगों ने खींच लिया। वहीं शिवम को गोताखोरों ने निकाला। शिवम को अस्पताल में भर्ती कराया गया।